माघ मेला-2020 : पुलिस के धीमे काम से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और पुख्ता तैयारियों का दावा थोथा Prayagraj News
माघ मेला-2020 में पुलिस का काम भी धीमा है। निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद भी अभी तक थाना और चौकी पूरी नहीं बन सकी है। ऐसे में पुख्ता तैयारियों के दावे पर प्रश्नचिह्न लग रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। समय तो पूरा हो गया लेकिन अभी काम अधूरा ही है। जी हां, माघ मेले में पुलिस की ओर से कराए जा रहे अस्थायी निर्माण कार्य का कुछ ऐसा ही हाल नजर आ रहा है। माघ मेले की उल्टी गिनती शुरू हो गई है, लेकिन अब तक न तो पूरे पुलिस थाने, चौकियां बन सकी है और न ही फोर्स ही आई है। ऐसे में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और पुख्ता तैयारियों को लेकर किया जा रहा दावा कमजोर साबित हो रहा है।
250 पुलिस कर्मियों को आना था, अब तक पूरी फोर्स नहीं आ सकी
माघ मेला के लिए पहले चरण में तीन कंपनी पीएसी और 250 से अधिक पुलिस कर्मियों को आना था, लेकिन अब तक पूरी फोर्स नहीं आ सकी है। इसी तरह अधिकांश थाने, चौकियां, फायर स्टेशन स्थापित नहीं हो सके हैं। वाच टॉवर और सुरक्षा घेरा बनाने का काम भी धीमी गति से चल रहा है। हालांकि पुलिस लाइन व एसपी मेला कार्यालय सहित कई दफ्तर बन चुके हैं। कहा जा रहा है कि समय पर कार्य न होने के कारण तैयारियों पर असर पड़ेगा। माघ मेले में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग भी दी जाती है, जो अब तक शुरू नहीं हो सकी है। वहीं थाने और चौकियों पर इंस्पेक्टर, दारोगाओं की तैनाती भी नहीं हो सकी है।
उच्चाधिकारियों ने 15 दिसंबर सभी जरूरी कार्य पूरा करने का दिया था निर्देश
कुछ दिन पहले उच्चाधिकारियों ने 15 दिसंबर सभी जरूरी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन डेड लाइन समाप्त होने के बाद भी अधिकांश कार्य अधूरे ही हैं। मेला क्षेत्र में 13 थाने, 13 फायर स्टेशन और करीब 24 पुलिस चौकियां स्थापित की जानी हैं। डीआइजी केपी सिंह का कहना है कि बरसात के कारण काम में कुछ रुकावट आई है, लेकिन और तेजी लाई जाएगी।