यूपी में शिक्षक भर्ती परीक्षा कटऑफ के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे शिक्षामित्र
उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति की आजाद पार्क में बैठक हुई इसमें टीईटी उत्तीर्ण और कटऑफ अंकों से प्रभावित शिक्षामित्र बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा घोषित कटऑफ अंक से शिक्षामित्र आगबबूला हैं। इसमें तय कटऑफ को रद करने के लिए हाईकोर्ट में बुधवार को याचिका दाखिल कर दी गई है। वहीं, सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि इस मामले की लड़ाई वे शीर्ष कोर्ट तक लड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति की आजाद पार्क में बैठक हुई इसमें टीईटी उत्तीर्ण और कटऑफ अंकों से प्रभावित शिक्षामित्र बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। प्रांतीय अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना कटऑफ भर्ती का सपना दिखाया और लिखित परीक्षा के दूसरे ही दिन 90 व 97 अंक हासिल करने का लक्ष्य तय कर दिया। इससे शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक बनने का सपना टूट गया है।
वर्मा ने कहा कि शीर्ष कोर्ट ने उन्हें भारांक देने का निर्देश दिया था लेकिन, इतने कटऑफ अंक से भारांक शून्य हो गया है। शिक्षामित्रों ने सरकार की निंदा करते हुए कटऑफ अंक वापस लेने की मांग की। साथ ही कहा कि यदि ऐसा न किया गया तो लोकसभा चुनाव में भाजपा हराओ का अभियान छेड़ेंगे। वर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट में कटऑफ अंक रद करने के लिए याचिका दाखिल की गई है। यहां से न्याय न मिला तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। बैठक में अमित कुमार, रेखा देवी, शिवांगी पाठक, रमेश कुमार, प्रभावती, शिवशंकर आदि थे।
शिक्षक भर्ती परीक्षा रद कराने की मांग
परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती परीक्षा को रद कराने की मांग तीसरे दिन भी जारी रही। अभ्यर्थियों के एक समूह का दावा है कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र की उत्तर कुंजी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसलिए परीक्षा निरस्त की जाए। प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर सॉल्वर गैंग व अफसरों पर कार्रवाई की जाए, दोषियों पर रासुका लगे।
अभ्यर्थियों ने बुधवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से लेकर सुभाष चौराहा सिविल लाइंस तक कैंडल मार्च निकाला। शिक्षक भर्ती परीक्षा रविवार को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों पर हुई थी। परीक्षा 11 बजे से शुरू होना थी, 69 हजार शिक्षक भर्ती न्याय मोर्चा के अभ्यर्थियों का आरोप है कि सोशल मीडिया पर उत्तर कुंजी पहले ही वायरल हो गई।
उसी के बाद से निरंतर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को भी पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पहुंचे और वहां नारेबाजी करने के बाद कैंडल मार्च निकाला, छात्रसंघ भवन, हनुमान मंदिर होते हुए सुभाष चौराहे पहुंचे। अभ्यर्थियों ने कहा कि शासन ने कटऑफ अंक जारी कर दिए हैं लेकिन, अब भी आंदोलन जारी रहेगा। इसमें एक गिरोह व अफसर मिले हैं, उनकी जांच हो तो तस्वीर साफ हो जाएगी। प्रशासन शांतिपूर्ण व नकलविहीन परीक्षा कराने में सफल नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।