प्रयागराज में कर्ज से परेशान था दुकानदार, फांसी लगाकर दी जान
शनिवार सुबह जब वह नहीं उठा तो पत्नी अंजुम ने दरवाजा खटखटाया। कोई जवाब न मिलने पर अनहोनी की की आशंका हुई। भाई ने रोशनदान से देखा तो इरशाद दुपट्टे के फंदे में पंखे के चुल्ले से लटक रहा था। इससे घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
प्रयागराज ,जेएनएन। शहर के शाहगंज मोहल्ले में कर्ज से परेशान होकर 22 वर्षीय दुकानदार इरशाद उल्ला ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह लोगों ने इरशाद को फांसी के फंदे पर लटकते देखा तो कोहराम मच गया। सूचना पर शाहगंज पुलिस पहुंची।
मोहल्ले में थी कपड़े की छोटी सी दुकान
शाहगंज थाना क्षेत्र के शाहगंज मुहल्ले में इरशाद उल्ला पुत्र स्व. नौशाद उल्ला रहता था। मुहल्ले में ही उसकी छोटी सी कपड़े की दुकान थी। एक साल पहले अंजुम से उसका निकाह हुआ था और अभी कोई औलाद नहीं है। शुक्रवार रात इरशाद परिवार के साथ खाना खाने के बाद सोने के लिए अपने कमरे में चला गया। शनिवार सुबह जब वह नहीं उठा तो पत्नी अंजुम ने दरवाजा खटखटाया। कोई जवाब न मिलने पर अनहोनी की की आशंका हुई। भाई ने रोशनदान से देखा तो इरशाद दुपट्टे के फंदे में पंखे के चुल्ले से लटक रहा था। इससे घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पाकर शाहगंज पुलिस मौके पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया।
मौके से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
कमरे की छानबीन की गई, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पोस्टमार्टम पर मौजूद साढ़ू सफदर ने बताया कि इरशाद लॉकडाउन के बाद से ही काफी परेशान था। दुकान से कमाई नहीं हो रही थी, जिसके चलते वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। वहीं, इंस्पेक्टर शाहगंज जयचंद्र शर्मा का कहना है कि इरशाद उल्ला कई लोगों से कर्ज ले रखा था। उसकी पत्नी और भाई ने भी कर्ज के कारण पिछले कुछ दिनों से परेशान होने की बात बताई है। कमरे से काेई सुसाइड नोट नहीं मिला है। तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उधर, इरशाद की मौत से पत्नी व स्वजन रोते-बिलखते रहे।