आपदा में आफत, गरीब महिला की मौत होने पर जालसाज ने हड़पी बीमा की रकम, Prayagraj Police कर रही जांच
कोरोना काल में जब लोग जान गेवा रहे हैं और घर तथा अस्पताल में इलाज करा रहे हैं शासन प्रशासन के साथ ही तमाम संस्थाएं लोगों की सहायता के लिए आगे आ रही हैं तो ऐसे भी व्यक्ति हैं जो आपदा में भी आपराधिक करतूतों से बाज नहींं आ रहे
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना काल में जब लोग जान गेवा रहे हैं और घर तथा अस्पताल में इलाज करा रहे हैं, काम धंधे बंद होने से बेरोजगारी झेल रहे हैं, घरों में खाने-पीने की किल्लत हो रही है, शासन प्रशासन के साथ ही तमाम संस्थाएं लोगों की सहायता के लिए आगे आ रही हैं तो इसी बीच ऐसे भी व्यक्ति हैं जो आपदा में भी आपराधिक करतूतों से बाज नहींं आ रहे हैं। जंक्शन के निकट छोटा सा भोजनालय चलाने वाले शख्स की पत्नी का बीमारी से निधन होने के बाद एक पड़ोसी जालसाज ने मदद के नाम पर हेल्थ बीमा की रकम बैंक खाते से हड़प ली। अब शाहगंज थाने की पुलिस नामजद मुकदमा लिखकर मामले की जांच कर रही है।
बेबसी और अज्ञानता का उठाया पड़ोसी शातिर ने फायदा
जंक्शन स्टेशन से शाहगंज थाने की ओर जाने वाली सड़क काटजू मार्ग पर दीपक कुमार दीपू ने भोजनालय खोल रखा है जो कोरोना काल में बंद है। इसी के सहारे वह परिवार सहित गुजारा करता रहा है। पिछले 19 नवंबर को दीपक की पत्नी रीता गुप्ता का गंभीर बीमारी की वजह से निधन हो गया। पिछले महीने अप्रैल में गम में डूबे दीपक को ध्यान आया कि उसने पत्नी का हेल्थ बीमा करा रखा था। ज्यादा जानकारी नहीं होने की वजह से दीपक ने पड़ोस में अब्दुल्ला मस्जिद के पास रहने वाले शारिक उर्फ सनम को हेल्थ बीमा के कागजात देकर क्लेम दिलाने में मदद मांगी। शारिक ने कंपनी के नंबर पर बात की तो बताया गया कि कागजात सबमिट करने पर दो दिन में खाते में क्लेम की रकम भेज दी जाएगी। कागजात भेजने के बाद शारिक ने चालबाजी दिखाते हुए दीपक से बैंक खाते के चेक दस्तखत कराकर ले लिए। इसके बाद वह दीपक से मिलने से कतराने लगा। कुछ दिन बाद दीपक ने बैंक में जाकर पूछा तो पता चला कि उसके खाते में बीमा कंपनी ने क्लेम की रकम 56 हजार ट्रांसफर की थी जिसे उसके ही चेक के जरिए कोई निकाल ले गया। यह कारनामा शारिक ने किया था जिसने दीपक से दस्तखत कराकर चेक लिए थे। उसने पैसे लौटाने से मना किया और धमकी देने लगा तो दीपक ने शाहगंज थाने में शिकायत की। अब शाहगंज पुलिस शारिक के खिलाफ एफआइआर लिखकर जांच कर रही है।