प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से बदला वक्त, प्रयागराज के इस माफिया से कभी डरने वाले आज बजा रहे ताली
प्रयागराज में यमुनापार के इस कुख्यात शख्स की धमक से लोगों के माथे पर पसीना आ जाता था। माफिया व पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के गैंग में शूटर व बर्खास्त सिपाही भी शामिल थे।
प्रयागराज, जेएनएन। कभी सफेदपोश, कभी अपराधी तो कभी समाजसेवी। अलग-अलग भूमिका में कभी दिखने वाला यह शख्स आज सलाखों का पीछे है। अपराध के जरिए बनाई गई इमारत पर कानून का ताला जड़ा जा रहा है तो बेटे समेत कई गुर्गों की तलाश में पुलिस जुटी हुई। यमुनापार में इस कुख्यात शख्स की धमक से जहां तमाम लोगों की माथे पर पसीना आ जाता था, वहीं इसके ठिकाने तमाम अपराधियों के लिए आरामगाह हुआ करते थे। शूटर से लेकर बर्खास्त सिपाही तक गैंग में शामिल होकर जरायम की दुनिया में नाम के साथ खौफ को बढ़ रहे थे। वहीं प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वक्त ने ऐसे करवट बदला कि आज डरने वाले लोग उसकी करतूत पर ताली बजाकर हंस रहे हैं।
सपा सरकार में माफिया दिलीप मिश्रा की बोलती थी तूती
जी हां। इस शख्स का नाम है दिलीप मिश्रा। चाका ब्लॉक का प्रमुख भी रह चुका है। औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन कला गांव निवासी दिलीप मिश्रा पर जिले के अलग-अलग थानों में 43 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। एक मुकदमा महाराष्ट्र में कायम है। सपा सरकार में दिलीप मिश्रा की जहां तूती बोलती थी। वहीं पंचायत स्तरीय चुनाव में वह प्रत्याशियों के लिए मसीहा समझा जाता था। सत्ता और अपराधियों से गठजोड़ के कारण ही उसे कुख्यात होने का बेहतरीन मौका मिला और एक छोटा साम्राज्य भी बना लिया था, जिस पर अब कानून का शिकंजा कसा जा रहा है। गरीब किसानों की जमीन हथियाने से खुलेआम धमकी देने वाले दिलीप मिश्रा की कमर अब टूटती दिख रही है।
बिहार से लेकर मुंबई तक कनेक्शन
दिलीप मिश्रा सपा नेता समेत दो की हत्या की सुपारी देने के आरोप में फतेहगढ़ जेल में बंद है। गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में उसका बेटा शुभम वांछित है। पुलिस को जांच में पता चला है कि दिलीप का कनेक्शन बिहार के एक विधायक और मुंबई के एक माफिया से भी हैं। पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर राकेश पांडेय उसकी मदद करता था। खान मुबारक गैंग का शूटर भी दिलीप के लिए हत्या करने के लिए तैयार था। इसी तरह मेजा का एक बर्खास्त सिपाही पूर्व ब्लाॅक प्रमुख के लिए पिस्टल व कारतूस की सप्लाई करता था। हालांकि कुछ दिन पहले एसटीएफ ने राकेश पांडेय को लखनऊ में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है।
आलीशान मकान से लेकर खेत तक कुर्क
माफिया दिलीप का आलीशान मकान, कॉलेज, आवासीय प्लॉट से लेकर कई बीघा खेत को पुलिस कुर्क कर चुकी है। पुलिस का दावा है कि दिलीप ने अपराध के जरिए ही करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की थी। अब तक 12 अचल संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत सीज किया जा चुका है। अभी और कई मकान व जमीन है, जिन्हें चिंहित किया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे भी कुर्क करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी जाएगी।