Prayagraj के नैनी, झूंसी, फाफामऊ व बमरौली क्षेत्रों में बिछेगी सीवर लाइन, 18 लाख की आबादी को मिलेगा फायदा
नगर निगम सीमा विस्तारित क्षेत्रों के नैनी झूंसी फाफामऊ और बमरौली में भी सीवर लाइन बिछेगी। इसके लिए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा अलग-अलग एजेंसियों से इन इलाकों में सर्वे भी कराया जा रहा है। सीवर लाइन डालने से लोगों को सहूलियत होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। नगर निगम सीमा विस्तारित क्षेत्रों के नैनी, झूंसी, फाफामऊ और बमरौली में भी सीवर लाइन बिछेगी। इसके लिए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा अलग-अलग एजेंसियों से इन इलाकों में सर्वे भी कराया जा रहा है। जल्द ही प्रस्ताव को फाइनल करके स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा।
गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की ओर से तैयार किया जा रहा प्रस्ताव
पहले नैनी क्षेत्र के पांच वार्ड, फाफामऊ का एक वार्ड व बमरौली वार्ड निगम सीमा में शामिल था। सीमा विस्तार के बाद नैनी क्षेत्र में मीरजापुर मार्ग पर रामपुर तिराहा, रीवा रोड पर मामा-भांजा तालाब के आगे, झूंसी में करीब सहसों, फाफामऊ में लगभग मलाक हरहर और बमरौली के आगे कौशांबी के सात गांव भी निगम में शामिल हो गए हैं। बहरहाल, इकाई द्वारा अभी नैनी, फाफामऊ, झूंसी, मुंडेरा, झलवा और बमरौली क्षेत्रों तक सीवर लाइन बिछाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। वहीं, नैनी निवासी राम कुबेर कुम्हार का कहना है कि सीवर लाइन न होने से ज्यादा परेशानी बारिश में होती है। कोहना झूंसी निवासी लककुश का कहना है कि सीवर लाइन न होने से नालियों में गंदगी बहती है।
कालिंदीपुरम क्षेत्र में बनेगा एफएसटीपी
इकाई ने कालिंदीपुरम क्षेत्र में फीकल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) लगाने के लिए नगर निगम को प्रस्ताव दिया है। इसके लिए नगर निगम से जमीन मांगी गई है। एफएसटीपी में घरों में बने सेफ्टिक टैंकों से निकाले गए मलबे का शोधन किया जाएगा।
महाप्रबंधक का है यह कहना
सीवर लाइन बिछाने के लिए कितने बजट की जरूरत होगी। प्रस्ताव फाइनल होने पर ही इसका आकलन हो सकेगा। एफएसटीपी के लिए निगम से जमीन मांगी गई है। जमीन उपलब्ध होने पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
- एमसी श्रीवास्तव, महाप्रबंधक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई