चार इंच की पाइप लाइन में 30 घरों का सीवर कनेक्शन
गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने अलोपीबाग और सोहबतियाबाग क्षेत्रों के घरों में सीवर लाइन का कनेक्शन कराया था। कनेक्शन के दौरान खोदी गई सड़कें और गलियां नहीं बनवाई। चार इंच की पाइप लाइन में 30 घरों का सीवर कनेक्शन जोड़ने सीवर लाइन की ढलान ठीक न होने से घरों में बैकफ्लो की समस्या बनी है। इससे लोगों को मुश्किल झेलनी पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने अलोपीबाग और सोहबतियाबाग क्षेत्रों के घरों में सीवर लाइन का कनेक्शन कराया था। कनेक्शन के दौरान खोदी गई सड़कें और गलियां नहीं बनवाई। चार इंच की पाइप लाइन में 30 घरों का सीवर कनेक्शन जोड़ने, सीवर लाइन की ढलान ठीक न होने से घरों में बैकफ्लो की समस्या बनी है। इससे लोगों को मुश्किल झेलनी पड़ रही है।
अलोपीबाग वार्ड के पंजाबी कालोनी, नई बस्ती सोहबतियागाब, अमिताभ बच्चन रोड, रामानंदनगर, सर्वोदयनगर आदि क्षेत्रों के घरों में सीवर का कनेक्शन कराया गया। सड़कें और गलियां खोदीं लेकिन, इकाई ने बनवाई नहीं। कई जगह पाइन लाइनों को नालियों के बीच में डाल दिया गया। यही नहीं, सीवर लाइनों को नाले में मिला दिया गया है। इससे एफसीआइ गोदाम, मटियारा रोड, दर्शन चौराहा और जनप्रिया स्टोर के पास नालों का पानी अक्सर ओवरफ्लो होने लगता है। झाड़ू न लगने से गंदगी रहती है। फागिग और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव न होने से मच्छरों का भी आतंक बढ़ गया है। लोगों के बोल
पंजाबी कालोनी में चार इंच की पाइप लाइन में 30 घरों का सीवर कनेक्शन जोड़ा गया है। इससे घरों में बैकफ्लो की समस्या बनी है।
रितेश कुमार, अलोपीबाग क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। कूड़ा नहीं उठता है। फागिग व कीटनाशक का छिड़काव नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है।
अज्जू यादव, अलोपीबाग सीवर कनेक्शन के दौरान खोदी गई सड़कें और गलियां नहीं बनाई। सीवर चैंबर सड़कों और गलियों के बीच में होने से हादसा होता है।
नगेंद्र शुक्ल, रामानंद नगर
सबसे बड़ी समस्या घरों में बैकफ्लो की है। शौचालय और बाथरूम में गंदा पानी भर जाता है जिसका विभाग निराकरण नहीं करा पा रहा है।
बृजेश भूटानी, अलोपीबाग ढलान को ठीक करने, सड़कें और गलियां बनवाने के लिए इकाई से कई बार पत्राचार किया लेकिन, अफसरों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
कमलेश सिंह, पार्षद