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सात इंडोनेशियाई जमाती नैनी सेंट्रल जेल से रिहा, इस आरोप में प्रयागराज में हुए थे गिरफ्तार

विदेश अधिनियम का उल्लंघन करने साजिश में शामिल होने कोरोना महामारी फैलाने के आरोप में गिरफ्तारी हुई थी। विदेशी जमातियों का वीजा रद हो चुका है और पासपोर्ट प्रशासन के पास है। विदेशी जमातियों के अधिवक्ता ने बताया कि हाईकोर्ट ने सभी की जमानत को स्वीकार कर ली थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 08:12 AM (IST)
नैनी सेंट्रल जेल से रिहा होकर जाते जमाती

प्रयागराज, जेएनएन। सात इंडोनेशियाई जमातियों को प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया है।  मुकदमा समाप्त होने तक सभी जमाती शाहगंज थानाक्षेत्र के काटजू रोड पर स्थित अब्दुल्ला मस्जिद में रहेंगे। जेल से बाहर आने पर सभी ने राहत की सांस ली है। सोमवार तक थाईलैंड के नौ जमाती भी जेल से बाहर आ जाएंगे। 21 अप्रैल को 16 विदेशी जमाती, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत 30 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। प्रोफेसर मो. शाहिद समेत कई की जमानत पहले ही हो चुकी थी और वह अपने-अपने घर जा चुके हैं।

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इन आरोपों में विदेशी जमातियों की हुई थी गिरफ्तारी

विदेश अधिनियम का उल्लंघन करने, साजिश में शामिल होने, कोरोना महामारी फैलाने के आरोप में गिरफ्तारी हुई थी। विदेशी जमातियों का वीजा रद हो चुका है और पासपोर्ट प्रशासन के पास है। विदेशी जमातियों के अधिवक्ता एसए नसीम ने बताया कि 24 अगस्त को हाईकोर्ट ने सभी की जमानत को स्वीकार कर लिया था। इंडोनेशियाई नागरिक इदरूस उमर, अदे कुसित्वा, शमशुल हदी, इमाम शफी सरनो, सतीजो जोइसोनो, हेंडर ङ्क्षसबोलन और डेडिक इस्कंदर को जेल प्रशासन ने अधिवक्ता की सुपुर्दगी में सौंपा। सभी जमाती जेल से अब्दुल्ला मस्जिद पहुंचे और फिर वहीं ठहर गए।

अब्दुल्ला मस्जिद से हुई थी गिरफ्तारी

जेल से रिहा हुए सभी इंडोनेशियाई जमातियों की गिरफ्तारी भी अब्दुल्ला मस्जिद से हुई थी। उनके साथ केरल व पश्चिम बंगाल के भी दो जमाती थी। वहीं, करेली के हेरा मस्जिद से थाईलैंड के नौ जमाती व उनके केयर टेकर और मौलाना समेत कई को पकड़ा गया था। शिवकुटी निवासी प्रोफेसर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। सभी के विरुद्ध शाहगंज, शिवकुटी और करेली थाने में एफआइआर दर्ज हुई थी। उन्हें 14 दिनों तक अलग-अलग गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया था।

दिल्ली से आए थे प्रयागराज

दिल्ली के निजामुददीन स्थित तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद इंडोनेशियाई नागरिक बिहार जा रहे थे। इसी दौरान कोरोना के चलते लॉकडाउन हो गया। तब उन्होंने प्रोफेसर मो. शाहिद से संपर्क किया और फिर सभी को अब्दुल्ला मस्जिद में ठहरने की व्यवस्था कराई गई थी। मगर इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। जमातियों से कोरोना फैलने का मामला सामने आया तो सभी की तलाश हुई फिर उन्हें ट्रेस करके पकड़ लिया गया था। एक विदेशी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव भी आई थी।


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