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माध्‍यमिक स्‍कलों के शिक्षकों काे दो माह से नहीं मिला वेतन, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने उठाई आवाज

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री का कहना है कि मार्च और अप्रैल का वेतन भुगतान साफ्टवेयर में सुदृढ़ीकरण के नाम पर लटका दिया गया है। यह किसी भी हाल में ठीक नहीं है। शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 08:14 AM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 01:27 PM (IST)
माध्‍यमिक स्‍कलों के शिक्षकों काे दो माह से नहीं मिला वेतन, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने उठाई आवाज
साफ्टवेयर में गड़बड़ी से माध्‍यमिक स्‍कूलों के शिक्षकों का वेतन रुका है। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ ने विरोध किया है।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस काल में माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों का वेतन लटक गया है। इससे उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कई शिक्षक व उनके परिवार के लोग इन दिनों बीमार भी हैं। ऐसे में वेतन न मिलने से मुश्किल बढ़ गई है। इस समस्या के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री जगदीश प्रसाद ने आवाज उठाई है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।

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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शिक्षकों के पक्ष में सामने आया

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री का कहना है कि मार्च और अप्रैल का वेतन भुगतान साफ्टवेयर में सुदृढ़ीकरण के नाम पर लटका दिया गया है। यह किसी भी हाल में ठीक नहीं है। वास्तव में यह शिक्षा विभाग की लापरवाही है, जिसका खामियाजा शिक्षकों और उनके परिवार के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने जिला विद्यालय निरीक्षक से मांग की है कि जल्द से जल्द समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

कई शिक्षक हो चुके हैं संक्रमण का शिकार

पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों ने ड्यूटी की। इनमें से करीब तीन दर्जन से अधिक कोरोना संक्रमित भी हुए। कुछ लोगों ने अपनी जान भी गंवाई। अब इन परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो चुका है। इनकी मदद के लिए अब तक कोई भी सामने नहीं आया है। विभाग की ओर से भी किसी तरह की राहत नहीं दी जा रही है। यही समस्या परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की भी है। बड़ी संख्या में वहां भी लोग बीमार पड़े हैं। 30 से अधिक अध्यापक जान भी गंवा चुके हैं।


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