जमीन खोदकर ली गई कौशांबी जिला जेल में तलाशी, चित्रकूट जेल गोलीकांड के बाद मची है हलचल
कौशांबी जिला जेल में अधीक्षक राकेश सिंह ने बंदी रक्षकों और जेल पुलिस के साथ सुबह 10 बजे तलाशी अभियान शुरू किया। दोपहर ढाई बजे तक सभी बैरक खंगाले गए। एक-एक खोना चेक किया गया क्योंकि कैदी कील नुकीले और धारदार औजार ब्लेड तथा नशे की चीजें छिपाकर रखते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। चित्रकूट जेल में गोलीकांड के बाद यूपी की सभी जिला और सेंट्रल जेल में नए सिरे से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जेल में हथियार पहुंचने को गंभीरता से लिया गया है। जेलों में कैदी हथियारों को जुगाड़ के जरिए मंगाने के बाद छिपाकर रखते हैं। इसी वजह से जेलों में बैरकों तथा बाहर भी जमीन खोदकर तलाशी ली जा रही है। कौशांबी जिला जेल में भी शनिवार सुबह करीब दस बजे से दोपहर दो बजे के बाद तक तलाशी होती रही। बैरक के चारों तरफ घासों, दीवार के कोनों, जमीन के नीचे भी खोजबीन की गई। अवैध हथियार छिपाने की आशंका में फावड़े से मिट्टी और घास हटाकर भी तलाशी ली गई।
कील, धारदार हथियार, ब्लेड भी छिपाकर रखते हैं कैदी
शुक्रवार सुबह चित्रकूट जिला जेल में गैंगवार में तीन कुख्यात अपराधियों के मारे जाने के बाद प्रदेश की सभी जेलों में हाई अलर्ट कर दिया गया था। इसके तहत नैनी सेंट्रल जेल समेत सभी कारागार में सख्ती बरती जा रही है। कौशांबी जिला जेल में अधीक्षक राकेश सिंह ने बंदी रक्षकों और जेल पुलिस के साथ सुबह 10 बजे तलाशी अभियान शुरू किया। दोपहर ढाई बजे तक सभी बैरक खंगाले गए। एक-एक खोना चेक किया गया क्योंकि कैदी कील, नुकीले और धारदार औजार, ब्लेड तथा नशे की चीजें छिपाकर रखते हैं। बाहर फील्ड में घास में गड्ढे और बाउंड्री के चारों तरफ हर छोटे-बड़े गड्ढे को फावड़े से खोदकर देखा गया। अधीक्षक ने जेलर भूपेश कुमार सिंह और डिप्टी जेलर राजेश कुमार को भी कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर फौरन एक्शन लेने तथा इसकी सूचना आला अधिकारियों तक पहुंचाने की हिदायत दी गई है।