प्रतापगढ़ में डीएम के बंगले पर धरने पर बैठे एसडीएम विनीत ने पिछले साल अधिवक्ता पर तान दी थी रायफल
माहौल गरमाने पर एसडीएम ने अपने साथ सुरक्षा में गए होमगार्ड की रायफल छीनकर अजय शुक्ल पर तान दी। यह देख हंगामा खड़ा हो गया। भारी भीड़ जुट गई थी। किसी तरह कुछ वरिष्ठ लोगों ने बीच-बचाव करके शांत कराया। इसके बाद विनीत वहां से चले गए।
प्रतापगढ़, जेएनएन। डीएम के आवास पर धरना देने वाले विनीत उपाध्याय पिछले साल लालगंज के एसडीएम थे। यहां उनका अधिवक्ताओं से विवाद हो गया था। इसमें उन्होंने आवेश में आकर होमगार्ड की रायफल छीनकर एक अधिवक्ता पर तान दी थी, जिस पर बड़ा हंगामा हुआ था।
यह था मामला पूरा
मामला आठ नवंबर 2019 का है। तब विनीत उपाध्याय लालगंज के एसडीएम थे। अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल अपनी कुछ समस्याओं को लेकर एसडीएम से तहसील में मिला। वार्ता के दौरान उनके व वकीलों में कहासुनी हो गई। अधिवक्ताओं ने उनके रवैये के खिलाफ विरोध प्रदर्शन व घेराव किया। एसडीएम वहां से चल गए। कुछ देर बाद वह अधिवक्ता अजय शुक्ल के घर पूरे तिलकराम पहुंच गए। कहा कि यहां उनके द्वारा जो निर्माण किया गया है वह अतिक्रमण है। इसे तोड़ा जाएगा। वहां भी विवाद होने पर एसडीएम ने अजय के पिता पूर्व प्रधान चंद्रमौलि शुक्ल को अपनी गाड़ी में बैठाकर अजय के दूसरे घर महिमा का पुरवा ले गए। कहा कि यहां भी जो मकान बना है वह सरकारी जमीन में है जो अतिक्रमण में आता है। इस पर कार्रवाई होगी। पिता को ले जाने की जानकारी होने पर अजय और दर्जनों वकील मौके पर पहुंचे और एसडीएम की कार्रवाई का विरोध किया।
वरिष्ठ लोगों ने किसी तरह शांत कराया था मामला
माहौल गरमाने पर एसडीएम ने अपने साथ सुरक्षा में गए होमगार्ड की रायफल छीनकर अजय शुक्ल पर तान दी। यह देख हंगामा खड़ा हो गया। भारी भीड़ जुट गई थी। किसी तरह कुछ वरिष्ठ लोगों ने बीच-बचाव करके शांत कराया। इसके बाद विनीत वहां से चले गए। इसके एक सप्ताह बाद उनका लालगंज से तबादला हो गया था।
एसडीएम ने की अनुशासनहीनता- एडीएम (एफआर)
एडीएम (एफआर) शत्रोहन वैश्य ने इस बारे में मीडिया से बताया कि डीएम कैंप कार्यालय पर धरने पर बैठे एसडीएम विनीत उपाध्याय ने अक्टूबर में लालगंज तहसील में तैनाती के दौरान अधिवक्ताओं से विवाद में होमगार्ड की रायफल छीनकर तान दी थी। इस पर काफी हंगामा हुआ था. इस मामले में तत्कालीन डीएम मार्कंडेय शाही ने उन्हें जांच अधिकारी नियुक्त किया था। उन्होंने अपनी जांच में सत्यता लिखकर भेजी थी, शासन की तरफ से मेरी रिपोर्ट पर आज स्पष्टीकरण उनसे मांगा गया था, जिस पर एसडीएम विनीत उपाध्याय अपना नियंत्रण खो बैठे। उनके इस आचरण की रिपोर्ट कमिश्नर सहित सभी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।