हाथरस के प्रमोद कुमार पराशर को विज्ञान शिक्षक अवार्ड Prayagraj News
अवार्ड पाने वाले शिक्षक प्रमोद पराशर ने कहा विज्ञान सीखने के लिए बड़ी प्रयोगशाला का होना जरूरी नहीं है। उन्होंने कबाड़ से जुगाड़ तकनीकी की भी वकालत की।
प्रयागराज,जेएनएन। स्कूली बच्चों को विज्ञान शिक्षण से जोडऩे और विज्ञान का प्रचार-प्रसार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने पर राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (नासी) की ओर से हाथरस के एमआइ इंटर कॉलेज के प्रमोद कुमार पराशर को प्रदेश स्तरीय विज्ञान शिक्षक अवार्ड से सम्मानित किया गया। अवार्ड विज्ञान दिवस पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन पर शनिवार को मुख्य अतिथि ओडिशा के कटक स्थित रावेंशॉ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ईशान पात्रो ने दिया। यह अवार्ड नासी की ओर से हर वर्ष दिया जाता है।
सीखने की ललक ही विज्ञान की बुनियाद
प्रो. ईशान ने कहा सीखने की ललक ही विज्ञान की बुनियाद है। इसलिए विद्यार्थी जीवन से ही हमें अपने चारों तरफ की गतिविधियों के प्रति जिज्ञासु होना चाहिए। अवार्ड पाने वाले शिक्षक प्रमोद पराशर ने कहा विज्ञान सीखने के लिए बड़ी प्रयोगशाला का होना जरूरी नहीं है। यदि शिक्षक रुचि लें तब दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली चीजों को भी प्रयुक्त कर के विज्ञान सीखा जा सकता है।
कबाड़ से जुगाड़ तकनीकी की भी वकालत
उन्होंने कबाड़ से जुगाड़ तकनीकी की भी वकालत की। इस दौरान छात्राओं के लिए आयोजित ऑन द स्पॉट पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता से हुआ। इसमें जनपद की 35 हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के 63 विद्यार्थियों ने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण विषयक पोस्टर बनाया। निर्णायक मंडल में इविवि के वनस्पति विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डीके चौहान, डॉ. मोहम्मद मसूद और टीपीएस के संजय श्रीवास्तव रहे। इस दौरान डॉ. नीरज कुमार, प्रो. केए सुरेश, डॉ. वासदेव, प्रो. श्याम लाल श्रीवास्तव, प्रो. रवींद्र धर, डॉ. निशा पात्रो, एके श्रीवास्तव और बी सिंह आदि उपस्थित रहे।