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UP Shikshak Bharti News : मोस्टवांटेड चंद्रमा का स्कूल भी अब निशाने पर Prayagraj News

UP Shikshak Bharti News यह भी कहा था ललित एक पेपर के लिए छह लाख रुपये लेता था जिसमें से वह चार लाख चंद्रमा को देता था और बाकी दो लाख रुपये खुद रख लेता था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 04:37 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 07:34 PM (IST)
UP Shikshak Bharti News : मोस्टवांटेड चंद्रमा का स्कूल भी अब निशाने पर Prayagraj News
UP Shikshak Bharti News : मोस्टवांटेड चंद्रमा का स्कूल भी अब निशाने पर Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन।  सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में मोस्टवांटेड स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव अब तक गिरफ्त में नहीं आ सका है। ऐसे में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) अब उसके स्कूल पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। वह धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतमनगर स्थित पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का प्रबंधक है। इसी स्कूल में जनवरी 2020 में शिक्षक पात्रता 2019 की लिखित परीक्षा (टीईटी) हुई थी। तब एसटीएफ ने पेपर आउट कराने की कोशिश करने पर चंद्रमा समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था।

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इसी स्‍कूल में टीईटी का पेपर आउट कराने की थी योजना

पूछताछ के दौरान यह पता चला था कि इसी स्कूल में टीईटी का पेपर आउट कराने की योजना बनी थी। तय हुआ था कि स्कूल में प्रश्न-पत्र पहुंचने पर प्रबंधक और उसका साथी अश्वनी स्ट्रांग रूम में जाकर पेपर की फोटो खींचेगे। इसके बाद मुख्य आरोपित संजय उर्फ गुरू को भेजकर हल करवाया जाएगा। वहीं, शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना डॉक्टर केएल पटेल और उसके साथी ललित त्रिपाठी ने भी अपने बयान में चंद्रमा के संपर्क में होने की बात स्वीकार की थी। यह भी कहा था ललित एक पेपर के लिए छह लाख रुपये लेता था, जिसमें से वह चार लाख चंद्रमा को देता था और बाकी दो लाख रुपये खुद रख लेता था। इसमें भदोही का मायापति दुबे भी मदद करता था। इस आधार पर एसटीएफ अब यह पता लगाने में जुट गई है कि पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कितनी प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित हुई थीं।

खामियों के बाद भी स्‍कूल को बनाया गया था परीक्षा केंद्र

स्कूल में बाउंड्री वाल समेत कई ऐसी खामियां हैं, जिसके चलते उस स्कूल को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा हुआ। इन सबके पीछे किस-किस की और कैसी भूमिका थी। इस बारे में जानकारी खंगाली जा रही है। पूरा ब्योरा मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल फर्जीवाड़ा में चंद्रमा यादव के अलावा मायापति दुबे, दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल अभी फरार हैं, जिनकी तलाश चल रही है।


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