...यह है रेलवे का हाल, पिछले एक वर्ष में सिर्फ आठ दिन ही राइट टाइम रही संगम एक्सप्रेस Prayagraj News
जी हां समय के रूट पर संगम एक्सप्रेस ट्रेन बेपटरी हो गई है। दैनिक जागरण ने आरटीआइ से जब जानकारी मांगी तो हैरानी हुई। पिछले वर्ष सिर्फ आठ दिन ही यह ट्रेन सही समय पर चली।
प्रयागराज, [रमेश यादव]। शायद यह बात आपको पता न हो। खबर पढ़कर हैरान मत होइएगा, क्योंकि यह सौ फीसद सत्य है। रेलवे जिस ट्रैक पर 300 किमी की रफ्तार से बुलेट ट्रेन दौड़ाने की तैयारी कर रहा है, उसी पर इलाहाबाद मंडल की ट्रेन संगम एक्सप्रेस समय की पटरी से उतर गई है। जी हां...संगम एक्सप्रेस ट्रेन साल भर में सिर्फ आठ दिन ही समय पर इलाहाबाद जंक्शन पहुंच सकी है। यह चौंकाने वाली जानकारी रेलवे ने आरटीआइ के जवाब में दैनिक जागरण को दी है।
इलाहाबाद जंक्शन से चलकर मेरठ भी समय पर नहीं पहुंचती संगम
देश में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सेमी हाईस्पीड ट्रेन दौड़ रही है। रेलवे अब बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी में है। इसके लिए छह नए रूटों का चयन भी कर लिया गया है। इन्हीं में से एक रूट पर संगम एक्सप्रेस भी चलती है। रिकार्ड है कि यह ट्रेन साल में 357 दिन मेरठ से इलाहाबाद जंक्शन पर विलंब से आई। मेरठ जाने वाली यह ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन से शाम 5.45 बजे चलती है। कानपुर, टुंडला, अलीगढ़ होकर सुबह 6.25 बजे मेरठ सिटी स्टेशन पहुंचती है। मेरठ से शाम सात बजे चलकर सुबह 8.35 बजे इलाहाबाद जंक्शन पहुंचने का समय है। एक जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2019 तक यह ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन पर सिर्फ आठ दिन समय पर पहुंची। अन्य दिनों में एक घंटे से लेकर कई घंटे विलंब से पहुंची। इलाहाबाद जंक्शन से चलकर मेरठ भी समय पर नहीं पहुंची।
इस पर भी डालें एक नजर
-629 किलोमीटर दूरी है इलाहाबाद जंक्शन से मेरठ सिटी स्टेशन की
-110 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम स्पीड है संगम एक्सप्रेस की
-5:45 बजे शाम को जंक्शन से रवाना होती है मेरठ के लिए
-6:25 बजे सुबह मेरठ सिटी स्टेशन पहुंचने का है समय
-7:00 बजे शाम को मेरठ सिटी से रवाना होती है संगम नगरी के लिए
-8:35 बजे सुबह इलाहाबाद जंक्शन पर पहुंचने का है समय।
सवाल यह कि इसी रूट पर वंदे भारत व तेजस क्यों नहीं होती लेट
संगम एक्सप्रेस ट्रेन का 80 फीसद रास्ता इलाहाबाद मंडल में ही है। उसके बावजूद ट्रेन लेट हो जाती है। इलाहाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने आरटीआइ मांगने पर जवाब दिया है कि संगम एक्सप्रेस के अप और डाउन दिशाओं में (अप में 24 और डाउन में 17) स्टापेज हैं। लाइन क्षमता का अधिकतम उपयोग हो रहा है। मूलभूत संरचनाओं में कमी है, इसलिए ट्रेन विलंबित होती है। इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस जैसी तेज रफ्तार वाली गाडिय़ां भी चलती हैं। वह समय पर अपने गंतव्य पर पहुंचती हैं लेकिन संगम एक्सप्रेस पिछड़ जाती है, इस पर सोचने की जरूरत है।