रहें सावधान : Holi पर मिलावटी खोआ की बिक्री जोरों पर Prayagraj News
खपत अधिक और दूध महंगा होने से पाउडर से खोआ तैयार हो रहा है। इस खोवा को कोल्ड स्टोरेज में रखा जा रहा है। ताकि पर्व के दो-तीन दिन पहले बाजार में खपा दिया जाए।
प्रयागराज,जेएनएन। मिलावटखोर थोड़े से फायदे के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। वह लोगों की जान से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूकते हैं। होली पर सबसे ज्यादा खपत होने वाली सामग्री खोआ में तरह-तरह की चीजें मिलावटखोर मिलाते हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है। खोआ अपनी विश्वसनीय दुकान से ही खरीदे।
दूध महंगा होने से पाउडर से तैयार करते हैं खोआ
खपत अधिक और दूध महंगा होने से पाउडर से खोआ तैयार हो रहा है। इस खोवा को कोल्ड स्टोरेज में रखा जा रहा है। ताकि पर्व के दो-तीन दिन पहले बाजार में खपा दिया जाए। वहीं, खोआ बनाने के लिए सोडा, आलू, शकरकंद और अरारोट भी मिलाया जाता है। जानकार बताते हैं कि शहर में रानीमंडी, खोआ मंडी और कटरा में खोवा की थोक बिक्री होती है। इन मंडियों में गांवों के किसान खोवा बेचने के लिए आते हैं।
किडनी और लीवर पर असर
मोती लाल नेहरू मंडलीय अस्पताल के फिजीशियन डॉ. संजीव यादव बताते हैं कि लगातार मिलावटी और पाउडर का दूध पीने से लीवर और किडनी पर असर पड़ता है। सामान्य तौर पर दूध से बनी मिलावटी चीजें खाने पर उल्टी, दस्त और डायरिया जैसी बीमारी होती हैं।
शहर के लोग बोले, सिर्फ पर्व पर ही नहीं हमेशा हो कार्रवाई
कल्याणी देवी के आशीष टंडन का कहना है कि पर्व आते मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए सिर्फ पर्व पर नहीं, विभाग को हमेशा कार्रवाई करनी चाहिए। डांडी के आशीष पांडेय ने बताया कि खाने-पीने की चीजों में मिलावट ज्यादा हो रही है। मिलावटी सामान खाकर लोग बीमार हो जाते हैं। हम लोगों को भी जागरूक होना होगा। कालिंदीपुरम के दिलीप कुमार चक्रवर्ती ने बताया कि मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर दंडित किया जाना चाहिए। सेहत से खिलवाड़ करने वालों के लाइसेंस निरस्त कर देने चाहिए।