इलाहाबाद का नाम प्रयागराज होने से संत प्रसन्न, कहा-योगी आदित्यनाथ ने मांगी मांग
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद संतों ने सरकार को प्रस्ताव देकर नाम बदले जाने की भी मांग की थी।
प्रयागराज (जेएनएन)। योगी आदित्यनाथ सरकार के आज कैबिनेट में इलाहाबाद के नाम को प्रयागराज करने पर मुहर लगाने के बाद से संत समाज बेहद प्रसन्न है। आज प्रयागराज में एकत्र संतों ने एक स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी मांग पर इलाहाबाद का नाम बदल दिया है। हम सभी उनके आभारी है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से संतों ने सरकार को प्रस्ताव देकर नाम बदले जाने की भी मांग की थी। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने के योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसले का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने स्वागत किया है। मंहत नरेंद्र गिरी ने राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी और उनके कैबिनेट के मंत्रियों को इस फैसले के लिए बधाई और संतों की ओर से आशीर्वाद भी दिया है।
उन्होंने कहा है कि इलाहाबाद का पुराना नाम प्रयाग ही था और संत भी लम्बे समय से नाम बदले जाने की मांग कर रहे थे। महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से संतों ने सरकार को प्रस्ताव देकर नाम बदले जाने की भी मांग की थी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज का नाम बदले जाने का जो लोग भी विरोध कर रहे हैं वह राजनीतिक है। उन्होंने कहा है कि प्रयागराज कोई नया नाम नहीं है बल्कि पुराना नाम है जिसे योगी आदित्यनाथ सरकार ने लौटाया है। उन्होंने कहा कि कुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयाग किए जाने से इसका महत्व और बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज लोकभवन में हुई कैबिनेट बैठक में इलाहाबाद का नाम बदलकार प्रयागराज किए जाने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। अब इसके बाद शासनादेश जारी कर शहर में जहां-जहां भी इलाहाबाद नाम होगा उसकी जगह अब प्रयागराज लिखा जाएगा। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के इस फैसले के बाद साधु-संतों में ख़ुशी का माहौल है। कैबिनेट मीटिंग के बाद सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने पर कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। सिर्फ जिले का ही नाम प्रयागराज नहीं होगा बल्कि जहां जहां भी इलाहाबाद नाम का प्रयोग किया गया है, उसका भी नाम बदल जाएगा। अब तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और इलाहाबाद जंक्शन का नाम भी बदल जाएगा।