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संतोषदास 21 फरवरी को तय करेंगे खाकचौक का नया अध्यक्ष, खाकचौक व्यवस्था समिति में तकरार और बढ़ा

माघ मेला के शुरुआत में जमीन व सुविधा वितरण को लेकर खाकचौक के महात्माओं में तकरार शुरू हो गई थी। महात्मा संतोषदास पर जमीन व सुविधा नियमानुसार वितरित न करने का आरोप लगा रहे थे। इसको लेकर सीताराम दास व संतोषदास में विवाद शुरू हो गया।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 08:20 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 08:20 PM (IST)
संतोषदास 21 फरवरी को तय करेंगे खाकचौक का नया अध्यक्ष, खाकचौक व्यवस्था समिति में तकरार और बढ़ा
सतुआ बाबा समिति के अध्यक्ष सीताराम दास व उनके समर्थकों को नई चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं

प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला में संतों की सबसे बड़ी संस्था खाकचौक व्यवस्था समिति में वर्चस्व की जंग जारी है। समिति के महामंत्री पद से बर्खास्त किए गए महामंडलेश्वर संतोषदास 'सतुआ बाबा झुकने को तैयार नहीं हैं बल्कि समिति के अध्यक्ष सीताराम दास व उनके समर्थकों को नई चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। इसके मद्देनजर उन्होंने 21 फरवरी को अपने समर्थक महात्माओं की बैठक बुलाई है। उसमें समिति के नए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य के नाम की घोषणा करने का एलान किया है। इधर, समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर सीताराम दास के नेतृत्व में गठित नए पदाधिकारियों का ब्योरा गुरुवार को चिटफंड कार्यालय में जमा किया गया। इसके साथ पुरानी समिति भंग करके नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की गई।

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एक-दूसरे के खिलाफ की है थाने में लिखित शिकायत

माघ मेला के शुरुआत में जमीन व सुविधा वितरण को लेकर खाकचौक के महात्माओं में तकरार शुरू हो गई थी। महात्मा संतोषदास पर जमीन व सुविधा नियमानुसार वितरित न करने का आरोप लगा रहे थे। इसको लेकर सीताराम दास व संतोषदास में विवाद शुरू हो गया। वहीं, संतोषदास का कहना है कि उन्होंने सारा काम नियमानुसार किया। किसी की दलाली नहीं चलने दी, इसी कारण उनका विरोध हो रहा है। इधर, विवाद बढऩे पर संतोषदास ने 13 फरवरी को सीताराम दास की जगह  उपाध्यक्ष जन्मेजय शरण को कार्यकारी अध्यक्ष बनवा दिया। 14 फरवरी को समिति की सामूहिक बैठक में सीताराम को अध्यक्ष बनाए रखने का निर्णय हुआ। वहीं, संतोषदास ने जयराम दास, अतुल दास के खिलाफ झूंसी थाना में एफआइआर दर्ज करा दिया। उनके ऊपर मारने के लिए दौड़ाने का आरोप लगाया। इसके बाद सीताराम दास ने 15 फरवरी को संतोषदास के खिलाफ थाने में तहरीर दी। फिर 17 फरवरी को संतोषदास को पद से बर्दास्त करके उनकी जगह कोल्हुनाथ खालसा के महंत रामकृष्ण दास को महामंत्री बना दिया। जबकि, सदस्य पद से हिटलर बाबा व गोपाल दास को हटा दिया गया है। प्रह्लाद दास व तुलसी दास सदस्य बनाए गए हैं। अब संतोषदास इस निर्णय को पलटने की तैयारी कर रहे हैं।

भंडारा में रहा सौहार्द पूर्ण माहौल

महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ बाबा ने गुरुवार को अपने गुरु जगद्गुरु यमुनानाचार्य 'सतुआ बाबा की पुण्य स्मृति में भंडारा आयोजित किया। भंडारा में सौहार्दपूर्ण माहौल रहा, उसमें खाकचौक व माघ मेला क्षेत्र में प्रवास करने वाले समस्त प्रमुख महात्मा शामिल हुए।


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