ये है स्मार्ट सिटी प्रयागराज का मोहल्ला, यहां तो सड़कों पर है बेसहारा पशुओं का कब्जा, लोगों को दिक्कत
प्रयागराज में भावापुर मोहल्ले के उमेश चंद्र राकेश कुमार विनोद कुमार कुशवाहा विनीत श्रीवास्तव सूबेदार सिंह यादव आदि का कहना है कि मामले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर भी की गई फिर भी इस समस्या का निराकरण नहीं हो सका।
प्रयागराज, जेएनएन। यूं तो प्रयागराज शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। इसके लिए कवायद भी जोरों पर की जा रही है। वहीं दूसरी ओर शहर के तमाम ऐसे भी मोहल्ले हैं, जिनपर आवागमन बेसहारा पशु बाधित करते हैा। इसी में से एक भावापुर मोहल्ला भी है। यहां की सड़कों पर बेसहारा पशुओं ने लोगों का चलना दूभर कर दिया है। पशुपालकों की मनमानी से मोहल्ले में गंदगी भी फैली रहती है। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा कई बार नगर निगम प्रशासन से की गई लेकिन, पशुपालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर भी की गई
बेसहारा पशुओं के कारण छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है, क्योंकि उनके घर से बाहर निकलने पर पशुओं की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। मोहल्ले के उमेश चंद्र, राकेश कुमार, विनोद कुमार कुशवाहा, विनीत श्रीवास्तव, सूबेदार सिंह यादव आदि का कहना है कि मामले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर भी की गई फिर भी इस समस्या का निराकरण नहीं हो सका। इससे प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को भी पलीता लग रहा है। इन लोगों ने महापौर और नगर आयुक्त से आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की हैं। ताकि मोहल्ला साफ-सुथरा रहने के साथ लोगों के लिए किसी तरह का खतरा भी न होने पाए।
पालतू पशुओं को भी छोड़ देते हैं पशुपालक
भावापुर मोहल्ले में चरही से लेकर करीब 200 मीटर तक करेली की ओर जाने वाली रोड और चरही से ही करेली रोड पर दायीं तरफ गली में पशुपालकों द्वारा करीब सौ पशु पाले गए हैं। पशुओं के हौदे और खूंटे भी सड़क पर ही लगाए गए हैं। पशुपालकों द्वारा गायों और भैंस के दूध का दूध निकालने के बाद उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है। इससे लोगों का चलना मुश्किल रहता है। सड़कों और गलियों में गोबर के कारण गंदगी भी फैली रहती है। गोबर के कारण अक्सर लोग फिसलकर गिरते रहते हैं, जिससे उन्हें चोटें भी लगती हैं।