सड़कें बनीं तालाब, राहगीर परेशान
इन दिनों शहर के लोगों का सड़कों पर चलना दूभर हो गया है। खराब सड़कों में हुए गढ्डे में पानी भरने से वाहन सवार फंसकर गिर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : कीडगंज निवासी मो. अब्दुल बुधवार की सुबह बाइक से आफिस के लिए निकले थे। वह बैरहना डाट पुल के पास पहुंचे तो वहां खुद गड्ढे में फंसकर गिर गए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई। वह दफ्तर जाने के बजाय अस्पताल पहुंच गए। कुछ ऐसा ही हुआ मालवीयनगर निवासी राहुल पाठक के साथ। वह किसी काम से लूकरगंज जा रहे थे, लेकिन जानसेनगंज के पास खुदी सड़क में फंसकर गिर गए, साथ बैठी उनकी पत्नी रोमा भी चुटहिल हो गई। लगभग हर मार्ग में प्रतिदिन ऐसी अनेकों घटनाएं हो रही हैं।
कुछ दिनों से रिमझिम बारिश क्या हो रहा है? लोगों का घर से बाहर निकलना ही मुहाल हो गया है। सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे होने से राहगीर उसमें फंसकर चुटहिल हो रहे हैं। लंबा जाम जो लगा रहा है सो अलग। यह ऐसी समस्या है जिसका कोई इलाज होता नजर नहीं आ रहा। नगर निगम, इलाहाबाद विकास प्राधिकरण व लोक निर्माण विभाग कोई उस ओर ध्यान नहीं दे रहा। सबसे खराब स्थिति बेनीगंज, जानसेनगंज, कोठापारचा, कीडगंज, बैरहना, सोहबतियाबाग, सिविल लाइंस, करेली, ट्रांसपोर्टनगर, राजरूपपुर की है।
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चौड़ीकरण से बढ़ रही दिक्कत
सड़क चौड़ीकरण को लेकर दोनों ओर हुई खुदाई भी दिक्कत पैदा कर रही है। मुख्य सड़क में गड्ढे व किनारे खुदाई होने से जाम ज्यादा लग रहा है। इसके चलते गिरकर चुटहिल होने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
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चुटहिलों में हुई वृद्धि
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष शुक्ल बताते हैं कि बीते दो माह में चुटहिलों की संख्या में 25 से 30 फीसद का इजाफा हुआ है। इसमें हाथ व पांव टूटने के साथ कमर दर्द व गर्दन दर्द के पीड़ित शामिल हैं। पीड़ितों में 60 फीसद की उम्र 40 साल से अंदर है।