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...ये है प्रयागराज का Electricity Department, बकाया जमा करने के बाद भी वसूली को राजस्व विभाग से आ रहा फोन

बिजली विभाग के जिन उपभोक्ताओं पर कई माह का बिजली का बिल बकाया था उनको विभाग की तरफ से नोटिस जारी की गई। नोटिस पाते ही कइयों ने बकाए का किश्त के रूप में भुगतान कर दिया। इसके बाद उनका नया बिजली का बिल आने लगा जिसमें बकाया नहीं था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Feb 2021 10:27 AM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2021 10:27 AM (IST)
...ये है प्रयागराज का Electricity Department, बकाया जमा करने के बाद भी वसूली को राजस्व विभाग से आ रहा फोन
बिजली का बिल जमा करने वाले उपभोक्‍ताओं को भी रिकवरी की नोटिस भेजी जा रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में बिजली विभाग का काम निराला है। कई बिजली के बकाएदारों की विभाग की गलती के कारण नींद उड़ी हुई है। बकाया जमा करने के बाद भी राजस्व विभाग से उनको फोन कर वसूली के लिए दबाव बनाया जा रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि ये भुगतान कर चुके हैं, लेकिन राजस्व विभाग को बिजली विभाग के अफसरों ने इसकी सूची नहीं भेजी नहीं भेजी है, जिस कारण राजस्व विभाग अपने काम में जुटा है। उधर, उपभोक्ता अफसरों के पास दौड़ते-दौड़ते थम चुके हैं।

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आप भी जानें, विभाग ने कैसे किया यह कारनामा

बिजली विभाग के जिन उपभोक्ताओं पर कई माह का बिजली का बिल बकाया था, उनको विभाग की तरफ से नोटिस जारी की गई। नोटिस पाते ही कइयों ने बकाए का किश्त के रूप में भुगतान कर दिया। इसके बाद उनका नया बिजली का बिल आने लगा, जिसमें बकाया नहीं था। इसी बीच राजस्व विभाग की तरफ से नोटिस भेजी गई। इसमें उस बकाए की रकम के बारे में जिक्र था, जो वे जमा कर चुके थे। यही नहीं फोन भी कर जल्द भुगतान की बात कही गई। उपभोक्ता द्वारा जब बताया गया कि उन्होंने भुगतान कर दिया है तो कहा गया कि विभाग द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई है।

अफसर कहते हैं बाबू के पास जाइए

उपभोक्ता जब बिजली विभाग के अफसरों से इसकी शिकायत करते हैं तो बाबू के पास भेज दिया जाता है। बाबू प्रार्थना पत्र लेकर मामला देखने की बात कहते हैं। लेकिन हो कुछ नहीं रहा है। लगातार राजस्व विभाग बकाए के भुगतान के लिए दबाव बना रहा है और उपभोक्ता विभागों अधिकारियों की परिक्रमा कर रहे हैं।

ऐसे हल होते हैं मामले

विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता ओपी यादव के सामने ऐसे कई मामले आए थे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर संबंधित उपकेंद्र के अधिकारियों को कहा था कि जिन्होंने बकाया जमा कर दिया है, उनकी सूची बनाकर राजस्व विभाग को भेजा जाए, लेकिन उपकेंद्र के अधिकारियों ने इस निर्देश की अनदेखी कर दी। वे उपभोक्ताओं को अधिशासी अभियंताओं के कार्यालय पर भेजने लगे और हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग परेशान हैं और उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।


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