सोमेश्वर महादेव मंदिर में सुरक्षा एजेंसियों ने 'आतंकियों' को कर दिया ढेर
सुरक्षा एजेंसियों ने मेला क्षेत्र में मॉक ड्रिल किया। इसके तहत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। पहले तो लोग सहमे, जब पता चला तो राहत की सांस ली।
कुंभ नगर : सोमेश्वर महादेव मंदिर में आतंकियों ने विस्फोट कर दिया। स्पाइपर्स और राहत टीमें वहां दौड़ीं तो संगम पर भगदड़ के बाद अक्षयवट दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। इसी बीच काली सड़क पर शिविर में आगजनी हो गई। इतना ही नहीं संगम पर नाव पलटने से सात लोग डूब गए। इमरजेंसी अलर्ट घोषित कर एक साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला।
...और यह था मॉक ड्रिल तो मिली राहत
स्पाइपर्स और कमांडो आतंकियों को ठिकाने लगाने लगे तो भगदड़ के बाद राहत कार्य शुरू हुआ। आग पर काबू पाने के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मेला क्षेत्र और शहर की सड़कों पर फोर्स ही फोर्स देख लोग सकते में आ गए। जब पुलिसकर्मियों ने लाउडस्पीकर से एलान किया कि यह मॉक ड्रिल है, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
सोमेश्वर महादेव में एसएसपी ने संभाली कमान
मॉक ड्रिल की प्लानिंग के तहत मेला रोड कीडगंज में सोमेश्वर महादेव मंदिर में आतंकियों ने आइइडी तकनीक से विस्फोट किया। यहां की कमान एसएसपी नितिन तिवारी ने संभाली। एनएसजी, एटीएस और पुलिस ने इमरजेंसी अलर्ट जारी कर मुठभेड़ के साथ ही राहत कार्य शुरू किया। संगम पर भगदड़ और नाव पलटने की सूचना पर एडीजी एसएन साबत और आइजी मोहित अग्रवाल पहुंच गए। एनडीआरएफ समेत अन्य टीमों ने राहत कार्य किया।
दौड़ती रहीं सुरक्षा एजेंसिया
मॉक ड्रिल के तहत एंबुलेंस से जख्मी लोगों को अस्पताल भेजा गया। इसी में काली सड़क पर शिविर में आग लगने की सूचना पर डीआइजी केपी सिंह पहुंचे। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों ने आग पर काबू पाकर झुलसे लोगों को पहले मेला अस्पताल फिर शहर के अस्पताल शिफ्ट किया। अक्षयवट में अधिक भीड़ होने पर श्रद्धालुओं में भगदड़ और अफरातफरी मच गई तो रेस्क्यू टीमों ने पहुंच राहत पहुंचाई। विस्फोट, भगदड़ और आगजनी की घटनाओं के मद्देनजर खुफिया, सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस टीमें राहत कार्य में दौड़ती रहीं।
...केमिकल से भी हुआ हमला
मेला क्षेत्र में आतंकियों द्वारा केमिकल हमले का भी मॉक ड्रिल किया गया। आइजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक, रासायनिक हमला की सूचना पर सभी टीमों को अलर्ट किया गया। मॉक ड्रिल के तहत रेडिएशन से कई लोग बेहोश हो गए थे। अफरातफरी के बीच राहत कार्य शुरू हुआ। पुलिस ने लाउडस्पीकर के जरिए सभी को घरों में रहने की हिदायत दी।