झूंसी के चमनगंज में रंजिशन पिता-पुत्र को पीटा
चमनगंज निवासी मो. इद्रीश की गांव के ही सलमान से पुरानी खुन्नस है। गुरुवार की रात सलमान रोहित व एकलाख उसके घर पर जाकर गाली देने लगे। इद्रीश ने बताया कि विरोध किया तो तीनों ने मिलकर हमे व मेरे पुत्र अजमल को पीटकर घायल कर दिया। पुलिस सबको थाने ले आई। इद्रीश की तहरीर पर मारपीट का केस दर्ज कर सलमान रोहित व एकलाख का शांतिभंग में चालान कर दिया।
संसू, झूंसी : चमनगंज निवासी मो. इद्रीश की गांव के ही सलमान से पुरानी खुन्नस है। गुरुवार की रात सलमान, रोहित व एकलाख उसके घर पर जाकर गाली देने लगे। इद्रीश ने बताया कि विरोध किया तो तीनों ने मिलकर हमे व मेरे पुत्र अजमल को पीटकर घायल कर दिया। पुलिस सबको थाने ले आई। इद्रीश की तहरीर पर मारपीट का केस दर्ज कर सलमान, रोहित व एकलाख का शांतिभंग में चालान कर दिया। पड़ोसियों ने गिराई बाउंड्रीवाल, पाटा कुआं
संसू, थरवई : स्थानीय थाना क्षेत्र के डाल तिवारी का पूरा गांव में शुक्रवार की सुबह पड़ोसियों ने रिटायर्ड कर्मचारी की बाउंड्रीवाल गिरा दी। कुआं भी पाट दिया। उक्त गांव निवासी शिवमूíत तिवारी हाईकोर्ट से रिटायर्ड हैं। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले लोग शुक्रवार की सुबह जबरन उनकी बाउंड्रीवाल गिरा दी। पुस्तैनी कुएं को भी पाट दिया। भुक्तभोगी ने पड़ोसियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। सहकारी समितियों में खाद व बीज नहीं
संसू, थरवई : उचित मूल्य पर खाद व बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने गांवों में सहकारी समितियां खोली हैं लेकिन थरवई में किसानों को न तो खाद मिल रही न बीज। कई दिनों से किसान समितियों का चक्कर लगाते थक गए लेकिन निराशा ही हाथ लगी। किसानों का कहना है कि सहकारी समितियों से खाद व बीज न मिलने से किसान मुंहमांगी कीमत देकर दुकानों से खाद व बीज खरीदना पड़ रहा है। धान क्रय केंद्र न खोलने से किसान परेशान
संसू, थरवई : किसानों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने धान की खरीद के लिए गांवों में क्रय केंद्र खोले हैं। थरवई में एक भी केंद्र नहीं खोला इससे कई किलोमीटर का चक्कर लगाकर सोंराव ब्लाक में खुले क्रय केंद्रों पर धान ले जाना पड़ रहा है। समस्या झेल रहे किसानों का कहना है कि दो साल से थरवई में क्रय केंद्र नहीं खोला जा रहा है। ब्लाक का अंतिम गांव होने के कारण यह उपेक्षा की जा रही है। निश्शुल्क प्रसव के नाम पर बंदरबांट
संसू, हनुमानगंज : सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए निश्शुल्क प्रसव की सुविधा सरकारी अस्पतालों में दी है लेकिन यहां बगैर सुविधा शुल्क कोई काम नहीं होता है। दरअसल खानपान के लिए प्रसव के बाद उन्हें 14 सौ रुपये देती है लेकिन यह रुपये एएनएम, दायी व एंबुलेंस कर्मी में बंट कर रहा जाता है। इसकी शिकायत कई बार लोगों ने सीएचसी बनी में की लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।