राजेश हत्याकांड मामले में इनामी बदमाश उगलेगा राज, गिरफ्तारी का इंतजार
मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह हत्याकांड मामले का राजफाश अभी नहीं हुआ है। स्थानीय पुलिस के अलावा एसटीएफ लखनऊ और वाराणसी की टीमें इनामी बदमाश को पकड़ने में लगी हैं।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ के मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह हत्याकांड का राज इनामी बदमाश उगलेगा। अब पुलिस और एसटीएफ का पूरा जोर गोली मारने वाले दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी पर है। उधर, दो दिन पहले तक सर्विलांस से मिले इनपुट से पुलिस की जांच के दायरे में नौकर की बेटी को भगाने वाले युवक और उसके साथी थे। हालांकि पुख्ता साक्ष्य नहीं मिलने से पुलिस ने तीनों युवकों को छोड़ दिया था। वहीं इस सनसनीखेज घटना के राजफाश का व्यापारी भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
प्रतापगढ़ में सदर बाजार निवासी मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह की 23 जनवरी की रात दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस शुरू से ब्यूटी पार्लर एवं दिल्ली कनेक्शन, नौकरानी की बेटी को भगाने वाले युवक व कारोबार की रंजिश को लेकर जांच कर रही थी। राजेश के कुछ करीबी भी पुलिस की जांच के दायरे में थे। इन बिंदुओं पर सर्विलांस से मिली जानकारी से संदिग्ध लोगों को चिह्नित किया गया है। जांच में स्थानीय पुलिस के अलावा एसटीएफ लखनऊ और वाराणसी की टीमें लगी हैं।
कोई ठोस क्लू नहीं मिल सका
हफ्ते भर पहले एसटीएफ ने नौकरानी की बेटी को भगाने वाले युवक, उसके भाई, मां, दोस्त की काल डिटेल निकाला तो लगा कि अब घटना का राजफाश हो जाएगा। क्योंकि घटनास्थल वाले टावर पर इनका लोकेशन मिला था। घटना के आधे घंटे पहले इनका फोन बंद पाया गया। फिर भोर में पौने पांच बजे फोन खुला। कोतवाली के टावर में रहे एक युवक का भी मोबाइल उसी समय बंद हुआ था। रात में एक बजे उसका फोन खुला। इस पर पुलिस ने तीनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो कोई ठोस क्लू नहीं मिल सका। फिर पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
क्या सुपारी लेकर की गई थी व्यापारी की हत्या?
इस बीच दो दिन पहले गिरफ्तार किए गए 50 हजार के इनामी बदमाश हसन मुल्ला से पुलिस को यह अहम जानकारी मिली कि मार्बल व्यवसायी को आखिरी गोली जिस बदमाश ने मारी थी, वह जगेसरगंज बैंक डकैती और जेल के वार्डर की हत्या में फरार चल रहा है। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है। पहली चार गोली मारने वाले बदमाश की भी पहचान उसने की थी। अब पुलिस इस बात को लेकर पशोपेश में है कि आखिर इन दोनों बदमाशों ने किसी रंजिश में हत्या की है या किसी से सुपारी ली थी। अगर सुपारी ली थी तो सुपारी देने वाले की राजेश सिंह से क्या रंजिश थी। ऐसे में पुलिस का सारा जोर इन दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी पर है।
राजेश की पत्नी ने ससुराल को हमेशा के लिए छोड़ा?
पुलिस की जांच के दायरे में राजेश सिंह के करीबी भी शामिल थे। हफ्ते भर पहले राजेश के परिजनों समेत करीबियों का मोबाइल नंबर लेकर पुलिस ने सर्विलांस से कॉल डिटेल खंगाला था। सूत्रों की मानें तो संपत्ति के बंटवारे को लेकर चल रहे पारिवारिक विवाद की वजह से राजेश ङ्क्षसह की पत्नी पुनीता सिंह ससुराल को हमेशा के लिए छोड़कर मायके (वाराणसी) चली गईं। उनकी इकलौती बेटी गुनगुन की इस समय परीक्षा चल रही है, ऐसे में वह पहले ही वाराणसी चली गई थी। बताते हैं कि मार्बल की दुकान राजेश को उनके पिता ने लगभग 22 साल पहले जन्मदिन पर तोहफे के रूप में दी थी। दुकान का मालिकाना हक राजेश सिंह के पास था। किस विवाद की वजह से पुनीता ने ससुराल छोड़ दिया, इस बात की भी जांच पुलिस कर रही है।
एसपी ने कहा
एसपी एस. आनंद कहते हैं कि राजेश सिंह की हत्या में कई बिंदुओं पर जांच चल रही है। एसटीएफ वाराणसी की टीम एक बार फिर नए सिरे से इनपुट निकालने का प्रयास कर रही है। जिन बदमाशों पर शक जताया गया है, उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर पुलिस टीमें दबिश दे रही है।