बेसिक शिक्षकों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने को उठाई आवाज, प्रयागराज से सीएम को भेजा पत्र
उत्तर प्रदेशीय हाई स्कूल शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बेसिक शिक्षकों को फ्रंट लाइन वर्कर या कोरोना वारियर्स घोषित करने की मांग की है। संगठन के कार्यवाह महामंत्री अरुणेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह शिक्षकों ने महामारी में बाहर निकलकर कार्य किया।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना काल में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने पंचायत चुनाव कराने में बड़ी भूमिका निभाई। इसके साथ ही कोविड सर्वे ड्यूटी, कोविड कंट्रोल रूम में भी पूरे मनोयोग से कार्य किया। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण 1500 से अधिक शिक्षकों की मौत भी हुई। प्रयागराज में भी 40 से अधिक शिक्षक काल कवलित हुए।
उत्तर प्रदेशीय हाई स्कूल शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बेसिक शिक्षकों को फ्रंट लाइन वर्कर या कोरोना वारियर्स घोषित करने की मांग की है। संगठन के कार्यवाह महामंत्री अरुणेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह शिक्षकों ने भी महामारी में बाहर निकलकर कार्य किया। कभी प्रवासियों के आने के दौरान रेलवे स्टेशन पर उनकी जांच के लिए ड्यूटी लगाई गई तो कभी टीकाकरण की निगारी में। कई शिक्षकों की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटरों पर भी लगाई गई। सफाई कर्मियों, आंगनबाड़ी वर्कर आदि को फ्रंट लाइन वर्कर व कोरोना योद्धा घोषित किया जा चुका है लेकिन शिक्षकों को यह सम्मान नहीं मिल रहा है।
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए अब तक सिर्फ एक आवेदन
वर्ष 2020 के लिए राज्य अध्यापक पुरस्कार देने को प्रदेशभर के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों से आवेदन मांगे गए हैं। इसके लिए 16 मई से 31 मई तक ऑनलाइन आवेदन करना है। प्राथमिक, उच्च प्राथमिक अशासकीय व सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षक अपना दावा प्रस्तुत कर सकते हैं। अब तक सिर्फ एक शिक्षक ने आवेदन किया है। बेसिक शिक्षाधिकारी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सभी खंड शिक्षाधिकारी अपने क्षेत्र के विद्यालयों के शिक्षकों को इस संबंध में जानकारी दें और आवेदन करने के लिए भी प्रेरित करें। 31 मई के बाद कोई भी शिक्षक आवेदन नहीं कर सकेगा।