Lockdown के नुकसान की भरपाई, रेलवे मिनी रैक से लंबी दूरी तक माल भेजने की कर रहा तैयारी Prayagraj News
रेलवे लॉकडाउन में होने वाले राजस्व के नुकसान की भरपाई करेगा। लोडिंग की नई संभावनाओं काे तलाशा जा रहा है। छोटे कस्बे और शहरों से माल लोडिंग की कार्ययोजना है।
प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन में ट्रेनों का परिचालन बंद होने पर हुए राजस्व के नुकसान की भरपाई के लिए रेलवे अब लोडिंग की नई संभावनाओं को तलाश रहा है। छोटे कस्बों और शहरों से माल ढुलाई की कार्ययोजना तैयार हो रहा है। इसके लिए रेलवे ने अपनी कई नीतियों में भी बदलाव किया है। मिनी रैक से लंबी दूरी तक माल भेजने की तैयारी है। साथ ही पार्सल गाडिय़ों पर भी विचार हो रहा है।
लॉकडाउन में रेलवे को भारी नुकसान हो चुका है
रेलवे का फोकस हमेशा माल ढुलाई पर रहता है। अभी तक लंबी दूरी और कई टे्रनों की माल की बुकिंग ही रेलवे करता था। छोटे व्यापारियों के लिए रेलवे के पास कोई विकल्प नहीं था। लॉकडाउन में रेलवे को भारी नुकसान हो चुका है। इसकी भरपाई के लिए एक कमेटी बनाई गई है। जो छोटे कस्बों से साग-सब्जी, अनाज, फल, गला आदि को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने की रणनीति बना रही है। क्योंकि यह सारा माल अभी ट्रकों से आता है।
अनलोडिंग और खाली वैगन को वापस भेजने के चार्ज पर समझौता
अनलोडिंग की बाध्यता और जुर्माने के कारण व्यापारी रेलवे से माल मंगवाने से बचते हैं। इसलिए रेलवे ने अनलोडिंग और खाली वैगन को वापस भेजने में लगने वाले चार्ज पर समझौता कर लिया है। मिनी रैक से अभी तक 500 किलोमीटर तक माल जाता था। अब 1500 किलोमीटर तक माल जा सकता है। इसके अलावा स्थान शुल्क और विलंब शुल्क को भी आधा किया गया है।
प्रयागराज मंडल के पीआरओ ने कहा
प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि रेलवे की आय का बड़ा स्रोत माल भाड़े से आता है। इसलिए लॉकडाउन के बाद इसको और रफ्तार देने की कवायद चल रही है। एक कमेटी भी बनाई गई है। कमेटी के सुझाव पर भविष्य में काम किया जाएगा।