Corona संकट काल में रेलकर्मियों का मददगार बना Whats App Group, ऐसे मिल रही सहायता
एनसीआरएमयू के महामंत्री आरडी यादव अपने कार्यालय में सुबह से ही उपस्थित रहते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में रेलकर्मी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। कहा रेलवे के अस्पताल में अव्यवस्था है। अधिकारी भी बेलगाम हो गए हैं। मनमाने ढंग से काम लिया जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण काल में लोगों की दिनचर्या में बदलाव आया है। वहीं, रेल यूनियन के कार्यालयों में भी कामकाज का तरीका बदल गया है। यूनियन के पदाधिकारी व्हाट्स एप ग्रुप पर कर्मचारियों की समस्या सुन रहे हैं। ग्रुप पर अस्पताल में भर्ती कराने और ऑक्सीजन व दवा के लिए फोन आ रहे हैं। रेलकर्मियों की समस्या का समाधान कराने के लिए अफसरों और डॉक्टरों से बातकर अस्पताल में भर्ती कराने की सिफारिश तेज हो गई है। शनिवार को पदाधिकारी अपने कार्यालय में थे और मोबाइल फोन पर कर्मचारियों की परेशानी निपटाने का प्रयास कर रहे थे।
आइए जानें, क्या कहते हैं यूनियन के पदाधिकारी
रेलवे अस्पताल की दुर्व्यवस्था को लेकर पूरे दिन फोन आते हैं। रेलकर्मियों की समस्याएं फोन पर सुनी जा रही हैं। कुछ लोग फोन के अलावा व्हाट्स एप ग्रुप पर अपनी परेशानी साझा कर रहे हैं। उनका समाधान कराने का प्रयास किया जाता है। ज्यादातर समस्याएं कोविड संबंधी हैं।
- गोबिंद सिंह, मंडल मंत्री, एनसीआरईएस
नार्थ सेंट्रल इंप्लाइज संघ के कार्यालय में सुबह से ही उपस्थित रहता हूं। कोरोना की दूसरी लहर में रेलकर्मी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उधर, रेलवे के अस्पताल में अव्यवस्था है। अधिकारी भी बेलगाम हो गए हैं। मनमाने ढंग से काम लिया जा रहा है।
- आरडी यादव, महामंत्री, एनसीआरएमयू
सुबह साढ़े नौ से शाम करीब पांच बजे तक केंद्रीय कार्यालय में बैठ रहा हूं। सुबह से कर्मचारियों व उनके स्वजन के मैसेज ग्रुप में आ रहे हैं। संक्रमण की चपेट में आने वालों का इलाज कराने में तीमारदारों को परेशानी हो रही है। स्टाफ की कमी भी है।
- आरपी सिंह, महामंत्री, एनसीआइएस