Railway News: मार्च तक बढ़ा दी गई आधा दर्जन ट्रेनों की संचालन तिथि
कोरोना का कहर थोड़ा कम होने पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए धीरे-धीरे ट्रेनों का आवागमन शुरू किया गया। खासतौर पर महामारी की दूसरी लहर के पूरी तरह नियंत्रित होने के बाद ज्यादातर ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रेलवे ने आधा दर्जन ट्रेनों की संचालन तिथि को अगले साल मार्च माह तक के लिए विस्तारित कर दिया है। 04141/04142 प्रयागराज-उधमपुर प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को प्रयागराज से 29 नवंबर से 28 मार्च तक चलेगी। वापसी में उधमपुर से प्रत्येक मंगलवार-शनिवार को 30 नवंबर से 29 मार्च तक चलेगी। 02199/02200 झांसी - बांदा टर्मिनस प्रत्येक गुरूवार को झांसी से 25 नवंबर से 31 मार्च 2022 तक चलेगी। वापसी में बांदा से प्रत्येक शनिवार को 27 नवंबर से दो अप्रैल तक चलेगी। 04151/04152 लोकमान्य तिलक टर्मिनस -कानपुर प्रत्येक शुक्रवार को लोकमान्य तिलक से 26 नवंबर से 25 मार्च तक चलेगी। वापसी में कानपुर से प्रत्येक शनिवार को 27 नवंबर से 26 मार्च तक चलेगी।
लगाया गया अतरिक्त एसी कोच
प्रयागराज : रेलवे ने01907/01908 प्रयागराज-आनंदबिहार विशेष गाड़ी में में यात्री सुविधा हेतु एक अतिरिक्त तृतीय श्रेणी एसी कोच लगाने का निर्णय लिया है। जबकि 08203/08204 दुर्ग-कानपुर विशेष गाड़ी में अस्थाई तौर पर यात्रियों की सुविधा के लिए द्वितीय श्रेणी एसी का एक अतिरिक्त कोच लगाया है। जिसे 14 मार्च 2022 तक के लिए विस्तारित किया गया है। इससे इस रूट पर यात्रियों को आवागम में सुविधा मिल सकेगी।
बेंगलुरु से दानापुर लिए विशेष गाड़ी
प्रयागराज : रेलवे ने एक और त्योहार स्पेशल गाड़ी चलाने की घोषणा की है। 01791/01792 बेंगलुरु से दानापुर लिए विशेष गाड़ी चलाई जायेगी। इसका संचालन बेंगलुरू से छ: नवंबर को सुबह सवा सात बजे होगा। 8 नवंबर को रात सवा 12 बजे छिवकी पहुंचेगी, सुबह 8 बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में दानापुर से 8 नवंबर को शाम 6:10 पर चलेगी, रात 11:45 पर छिवकी पहुंचेगी। 10 नवंबर को शाम 6:20 पर बेंगलुरू पहुंचेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू होने के बाद कुछ समय के लिए ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया था। कोरोना का कहर थोड़ा कम होने पर कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए धीरे-धीरे ट्रेनों का आवागमन शुरू किया गया। खासतौर पर महामारी की दूसरी लहर के पूरी तरह नियंत्रित होने के बाद ज्यादातर ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है।