रेलवे कोआपरेटिव बैंक के डेलीगेट्स पर एनसीआर इंप्लाइज यूनियन का 98 वर्ष से है कब्जा, आज हो रहा चुनाव
नार्थ सेंट्रल रेलवे यूनियन ने रेलवे कोआपरेटिव बैंक के डेलीगेट्स डायरेक्टर्स और चेयरमैन के पद पर पिछले 98 वर्षों सेकब्जा बनाए रखा है। उनका तिलस्म तोड़ना आसान नहीं है। इस बार भी मेंस यूनियन पूरी ताकत के साथ मैदान में है और प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रेलवे कोआपरेटिव बैंक में डेलीगेट्स चुनने के लिए आज शुक्रवार को मतदान हो रहा है। 98 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार होगा जब नार्थ सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज यूनियन के पास इस बैंक के डायरेक्टर्स और चेयरमैन के पद को कब्जा करने का मौका होगा। पहली बार इंप्लाइज संघ इस चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरा है और इस बार चुनाव भी दिलचस्प होगा।
एनसीआर रेलवे इंप्लाइज यूनियन का तिलस्म तोड़ना आसान नहीं
नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन ने जिस तरह से 98 वर्षों से इस बैंक के डेलीगेट्स, डायरेक्टर्स और चेयरमैन के पद पर कब्जा बनाए रखा है। ऐसे में उनका तिलस्म तोड़ना बहुत मुश्किल होगा। इस बार भी मेंस यूनियन पूरी ताकत के साथ मैदान में है और प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
प्रयागराज शहर में 11 मतदान केंद्र
नार्दर्न रेलवे मल्टी स्टेट प्राइमरी कोआपरेटिव बैंक के चुनाव के लिए 22 अप्रैल को मतदान हो रहा है। इसका रिजल्ट शुक्रवार की देर रात जारी होगा। प्रयागराज मंडल में 34 मतदान केंद्र बनाए गए हैं,। शहर में भी 11 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, डीआरएम कार्यालय, जंक्शन पर प्रबंधक कार्यालय, एसएसई लोको कार्यालय समेत अन्य मतदान केंद्रों पर मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
12 हजार मतदाता चुनेंगे मंडल के पांच डायरेक्टर
12196 मतदाता 34 डेलीगेट्स चुनना है। जिनके माध्यम मंडल में पांच डायरेक्टर भी चुने जाएंगे। मौजूदा समय में नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के पास चेयरमैन के पद के साथ चार डायरेक्टर हैं, जबकि एक डायरेक्टर निर्दलीय तौर पर चुना गया है, जिसे इंप्लाइज संघ का समर्थन है। इस चुनाव में जिस यूनियन के अधिक प्रत्याशी जीतते हैं, वह डायरेक्टर चुनते हैँ और डायरेक्टरर्स बाद में चेयरमैन चुनते हैं।
पांच वर्ष में होता है चुनाव
प्रति पांच वर्ष पर होने वाले इस चुनाव में 1924 से मेंस यूनियन का कब्जा रहा है। इस बार इंप्लाइज संघ कड़ी चुनौती प्रस्तुत कर रहा है और कोआपरेटिव बैंक का चुनाव दिलचस्प हो गया है। इंप्लाइज संघ के मंडल मंत्री चंदन कुमार ने बताया कि 1970 तक कोआपरेटिव बैंक सोसाइटी के रूप में संचालित होती थी। 2013 में हुए संशोधन के बाद यह मल्टी स्टेट कोआपरेटिव बन गया। इसके चुनाव में वह सभी रेलकर्मी मतदान करते हैं जो बैंक के सदस्य होते हैं।