Rail Track Doubling: पूर्वोत्तर रेलवे और सेना के बीच बनी सहमति, वाराणसी रेल ट्रैक का जल्द शुरू होगा काम
Rail Track Doubling दारागंज-झूंसी रेलखंड पर बनने वाला गंगा पर पुल निर्माणाधीन है। रेलवे ट्रैक दोहरीकरण के लिए परेड ग्राउंड की तरफ सेना की ओर से जमीन देने को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी। हालांकि अब सहमति बन गई है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) के वाराणसी-प्रयागराज रेलखंड के रेलवे ट्रैक का इन दिनों दोहरीकरण किया जा रहा है। दोहरीकरण के लिए प्रयागराज के परेड ग्राउंड की तरफ जमीन देने के लिए सेना ने अनुमति दे दी है। सेना से सहमति बनने के बाद अब जल्द काम भी शुरू कर दिया जाएगा। परेड ग्राउंड की भूमि सेना के अधीन है।
दारागंज-झूंसी रेलखंड पर गंगा पुल निर्माणाधीन है
दारागंज-झूंसी रेलखंड पर बनने वाला गंगा पर पुल निर्माणाधीन है। रेलवे ट्रैक दोहरीकरण के लिए परेड ग्राउंड की तरफ सेना की ओर से जमीन देने को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी। इसी के चलते कई बार रेलवे की ओर से पत्र भेजकर आग्रह भी किया गया था। हालांकि अब सहमति बन गई है।
रेल विकास निगम जल्द शुरू करेगा कार्य
निरीक्षण करने पहुंचे एनईआर के जीएम वीके त्रिपाठी ने बताया कि यह मामला सुलझ गया है। सेना की ओर से सहमति मिल गई है। रेल विकास निगम द्वारा जल्द यहां काम भी शुरू कर दिया जाएगा। रामबाग रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमाडलिंग का काम अगले वर्ष तक पूरा कर लिया जाएगा। एनईआर के जीएम ने रामबाग रेल फाटक को लेकर कहा कि रेलवे बोर्ड की गाइडलाइन के मुताबिक, आरओबी बनाने के बाद फाटक को दोनों ओर से बंद कर दिया जाता है। वहीं, रामबाग रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक और प्रवेश द्वार बनाने की तैयारी है। मलाकराज की ओर प्रवेश द्वार बनाने से शहर के लोगों को लंब चक्कर नहीं लगाना होगा।
रामबाग रेलवे स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया का होगा सुंदरीकरण
रामबाग रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया का सुंदरीकरण किया जाएगा। साथ ही द्वार और छोटी बिल्डिंग भी बनाई जाएगी। यहां एफओबी के विस्तार की भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। मलाकराज की तरफ प्रवेश द्वार बनाने से यात्रियों को राहत मिलेगी। इसके अलावा पार्किंग की भी संभावनाएं तलाशी जा रही है।
2022 तक दोहरीकरण व 2023 तक गंगा पर बनेगा ब्रिज
एनईआर के जीएम वीके त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी-प्रयागराज रेलखंड में ट्रैक के दोहरीकरण किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत वाराणसी-ज्ञानपुर के बीच काम पूरा भी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 तक ट्रैक का दोहरीकरण कर लिया जाएगा। दारागंज व झूंसी के बीच गंगा पर निर्माणाधीन ब्रिज का काम वर्ष 2023 में पूरा हो जाएगा। एनईआर के जीएम वीके त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी-प्रयागराज के बीच रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण होने के बाद ट्रेनों के अलावा मालगाडिय़ों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। ताकि यात्री सुविधाओं के साथ रेलवे की आय भी बढ़ाई जा सके।