हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत पर पत्थरबाजी करने वालों पर 'खुफिया' नजर
हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत पर पत्थरबाजी करने वालों पर रेलवे की खुफिया नजर रहेगी। नकेल कसने के लिए रेलवे बोर्ड ने एनसीआर को आदेश दिया है। जीआरपी व आरपीएफ ने धरपकड़ तेज कर दी है।
प्रयागराज : देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत पर पत्थरबाजी करने वालों पर रेल प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। पत्थरबाजों पर नजर रखने के लिए जीआरपी-आरपीएफ ने सक्रियता बढ़ा दी है। अभी तक जिन-जिन क्षेत्रों में पत्थरबाजी हुई है उसके आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले अराजकतत्व एवं उदंड लोगों की पहचान हो रही है। इसके लिए जीआरपी ने खुफिया टीम गठित की है। वह वर्दी के बजाय सादे ड्रेस में गश्त करने के साथ आम लोगों से हिल-मिलकर बिना अपनी पहचान बताए जानकारी एकत्र करेंगे।
वंदे भारत में बढ़ रही पत्थरबाजी की घटनाएं
वंदे भारत में पत्थरबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ट्रेन का परिचालन शुरू होते ही फिरोजाबाद स्टेशन के पास पत्थरबाजी की गई थी, जिससे ट्रेन के कुछ शीशे टूट गए थे। इधर 17 मार्च को कानपुर के पास प्रेमपुर व सरसौल स्टेशन के बीच पत्थरबाजी होने से ट्रेन के शीशे टूट गए थे, इससे यात्रियों में भय व्याप्त हो गया था। इसके पहले एक मार्च को भरवारी स्टेशन के पास तीन मार्च व 12 मार्च को फतेहपुर के पास पत्थरबाजी की घटना हुई थी।
रेलवे बोर्ड ने एनसीआर को सुरक्षा का फरमान जारी किया
वंदे भारत पर होने वाली पत्थरबाजी से रेलवे बोर्ड सख्त है। बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन को ट्रेन की सुरक्षा कराने का फरमान जारी किया। ट्रेन में जिन क्षेत्रों में पथराव हो रहा है, उसे चिह्नित करके पत्थरबाजी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बाद जीआरपी ने फतेहपुर के एक युवक को पत्थरबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था। पत्थरबाजों की धरपकड़ आगे भी जारी रहेगी।
थानास्तर पर गठित हुई टीम
वंदे भारत जिस रूट से गुजरती है, वहां पडऩे वाले स्टेशनों के थानों व चौकियों के जवानों को सतर्क किया गया है। थानों में एक सब इंस्पेक्टर, दो हेड कांस्टेबिल व चार कांस्टेबल की टीम बनी है। जबकि चौकियों में एक हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल की टीम बनी है।
अलग-अलग क्षेत्रों में करेंगे गश्त
वंदे भारत सहित हर प्रमुख ट्रेन में होने वाली पत्थरबाजी पर काबू पाने के लिए जीआरपी के जवान अपने थाना या चौकी के बजाय दूसरे की सीमा क्षेत्र में गश्त करेंगे। ऐसा इसलिए किया गया है कि उनके क्षेत्र में कोई न कोई उन्हें पहचानता होगा। सादे ड्रेस में भी लोग पहचान सकते हैं। जबकि दूसरे के थाना या चौकी वाले क्षेत्र में उनकी पहचान छिपी रहेगी।
गांव व कस्बावार बनेगी रिपोर्ट
जीआरपी व आरपीएफ रेलवे ट्रैक के आस-पास बसे गांव, बस्ती व कस्बों में रहने वाले लोगों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट में उन लोगों का नाम दर्ज होगा जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं या वह मारपीट एवं अराजकता फैलाने में शामिल रहे हैं। ऐसे लोगों की गतिविधियों पर रिपोर्ट तैयार होगी। अगर उनकी गतिविधि संदिग्ध मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
वंदे भारत पर पत्थरबाजी रोकेन का खाका तैयार : एसपी रेलवे
एसपी रेलवे हिमांशु कुमार कहते हैं कि वंदे भारत में पत्थरबाजी रोकने का खाका तैयार कर लिया गया है। पत्थरबाजों की पहचान करके कार्रवाई की जा रही है। वंदे भारत के अलावा किसी अन्य ट्रेन में पत्थरबाजी न हो उसका पुख्ता प्रबंध किया जा रहा है।