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Lockdown में कहीं जॉबकार्ड पर नहीं मिलता तो कहीं पैसा लेकर दे रहे राशन Prayagraj News

राशन वितरित हो रहा है लेकिन जॉबकार्ड देने पर भी राशन नहीं दिया जा रहा है। कोटेदार कह रहा है कि इस कार्ड पर नहीं मिलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 03:30 PM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 03:30 PM (IST)
Lockdown में कहीं जॉबकार्ड पर नहीं मिलता तो कहीं पैसा लेकर दे रहे राशन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण सरकार ने मनरेगा के जॉबकार्ड धारकों, पंजीकृत श्रमिकों और अंत्योदय कार्डधारकों को मुफ्त राशन देने के निर्देश दिया है। फिर भी कोटेदार मनमानी कर रहे हैं। कहीं, जॉबकार्ड धारकों को बिना राशन दिए वापस लौटा दिया जा रहा है तो कहीं पैसा लेकर राशन दिया जा रहा है। कुछ क्षेत्रों में फागिंग और सैनिटाइजेशन भी नहीं हो रहा है। कुछ ऐसी ही शिकायतें जागरण हेल्पलाइन में आई। लोगों ने दैनिक जागरण हेल्पलाइन नंबर पर अपनी समस्याओं को साझा किया।  

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लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं

-छोटा बघाड़ा के रहने वाले तारकेश्वर साहू ने बताया कि राशन खत्म हो गया था। पैसा भी खत्म हो गया है। कोई इंतजाम नहीं हो रहा है। कैसे खर्च चलाएं।

-पालीकरनपुर, बहादुरगंज के रहने वाले दीनानाथ ने बताया कि राशन वितरित हो रहा है, लेकिन जॉबकार्ड देने पर भी राशन नहीं दिया जा रहा है। कोटेदार कह रहा है कि इस कार्ड पर नहीं मिलेगा। जबकि जिनकी मौत हो गई है, उनके नाम पर भी राशन दिया जा रहा है।

-मेजा के अमित कुमार ने बताया कि उनका जॉबकार्ड बना है, फिर भी राशन नहीं दिया जा रहा है। जबकि अन्य लोगों को दिया जा रहा है।

-अमिलिया, दांदूपुर के छेदीलाल ने बताया कि मनरेगा में काम किए थे, लेकिन कहा जा रहा है कि लिस्ट में उनका नाम है। इसलिए सरकारी सुविधाएं उन्हें नहीं मिलेंगी।

-छोटा बघाड़ा के रहने वाले मदनदास ने बताया कि मूलरूप से वह बिहार के निवासी हैं। यहां मजदूरी करते हैं लेकिन खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं है। 15-20 लोग अलग-अलग कमरों में रह रहे हैं। खाने-पीने की व्यवस्था कराई जाए।

-चाहचंद, जीरो रोड के अनुराग अग्रवाल ने बताया कि पूरा राशन 48 रुपये का होना चाहिए, लेकिन कोटेदार 145 रुपये में दे रहा है। कह रहे हैं कि बासमती चावल दे रहे हैं, इसलिए महंगा है।

-पैगंबरपुर, हेतापट्टी के रहने वाले राहुल ने बताया कि कोटेदार राशन पैसा लेकर दे रहे हैं, जबकि सरकार ने तीन महीने राशन मुफ्त में देने के लिए कहा है।

शांतिपुरम कालोनी में फागिंग और सैनिटाइजेशन नहीं

वार्ड नंबर 17 के शांतिपुरम कालोनी में रहने वाले सुरेश कुमार पांडेय का कहना है कि कालोनी में न फागिंग हो रही है और न ही सैनिटाइजनेशन की कोई व्यवस्था है। करीब पखवारा भर पहले चूने का छिड़काव हुआ था। पार्षद प्रतिनिधि से इसकी शिकायत दो-तीन दिन पहले की गई थी, उन्होंने फागिंग और सैनिटाइजेशन कराने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक हुआ नहीं। फाफामऊ मंडी में फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन नहीं हो रहा है। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए पुलिस को एहतियाती कदम उठाने चाहिए।

गांव में गेहूं की मड़ाई, जाने नहीं दिया जा रहा है

शिवकुटी में रहने वाले भारतीय प्रकाश मिश्रा का कहना है कि गांव में गेहूं की कटाई-मड़ाई हो रही है। मजदूर गेहूं काटकर ले जा रहे हैं। यहां से गांव जाने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। मजदूर मड़ाई करके अपने हिसाब से गेहूं दे देंगे। इससे बहुत नुकसान हो जाएगा।

जागरण हेल्पलाइन...

लॉकडाउन के दौरान आपको किसी तरह की समस्या होती है, सुझाव देना है, कोटेदार राशन नहीं दे रहा है अथवा कोई दुकानदार ज्यादा कीमत वसूल रहा है तो आप पुलिस के हेल्प लाइन नंबर 112 के अलावा जागरण के हेल्पलाइन नंबर 0532-2255100 पर फोन कर सकते हैं। इस नंबर पर दोपहर 12 से एक बजे तक अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं।


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