मरीज ज्यादा और बेड कम इसलिए भी होता है झगड़ा, डीएम प्रयागराज से बोले एसआरएन अस्पताल के जूनियर डाक्टर
जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने सुपर स्पेशिलिटी ब्लाक में जूनियर रेजिडेंट एसोसिएशन और एसआरएन के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें संसाधनों की कमी उजागर हुई तो डीएम ने आश्वासन दिया कि चिकित्सा की सहायक सामग्री जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के जूनियर डाक्टरों ने चिकित्सा संसाधन बढ़ाए जाने पर जोर दिया है। वार्ड एक में आधी रात तीमारदारों और डाक्टरों के बीच मारपीट पीछे भी संसाधनों का अभाव एक कारण रहा। दोपहर बाद जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने सुपर स्पेशिलिटी ब्लाक में जूनियर रेजिडेंट एसोसिएशन और एसआरएन के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें संसाधनों की कमी उजागर हुई तो डीएम ने आश्वासन दिया कि चिकित्सा की सहायक सामग्री जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी।
बेड कम और मरीज ज्यादा इसलिए भी होता है झगड़ा
बैठक में मुद्दा उठा कि अस्पताल में सैकड़ों मरीज भर्ती हैं। बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित और उनके तीमारदार रोज आ भी रहे हैं। स्ट्रेचर, व्हील चेयर, संवेदनशील वार्डों में पुलिस सुरक्षा, मरीज के आसपास केवल एक ही तीमारदार होने तथा वार्ड में एक ही तीमारदार के प्रवेश की बात उठी। जूनियर डाक्टरों ने यह भी कहा कि संक्रमितों की कतार लगी है। उन्हें बेड चाहिए। एक बेड पर कोई संक्रमित स्वस्थ हो गया, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई तो उसे वहां से हटाकर दूसरे जरूरतमंद मरीज को बेड उपलब्ध कराना मजबूरी है और जरूरी भी। लेकिन डिस्चार्ज करने पर मरीज व उनके तीमारदार विरोध करते हैं। ऐसे में झगड़े की स्थिति बनती है।
पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह, जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी, एसआरएन के प्रशासनिक अधिकारी डा. अजय सक्सेना इस बैठक में शामिल रहे, मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा. एसपी सिंह अपने आवास से वर्चुअल इस मीटिंग में शामिल हुए। सभी की समस्याएं सुनने के बाद आश्वासन दिया गया कि आवश्यक संसाधन बढ़ाए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीरता से विचार होगा।