सत्यप्रकाश जेल से दायर करते रहे जनहित याचिकाएं
जासं, इलाहाबाद : पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय बहुत जुझारू और कर्मठ नेता थे। अन्याय क
जासं, इलाहाबाद : पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय बहुत जुझारू और कर्मठ नेता थे। अन्याय के खिलाफ लिंग, जाति, वर्ग भेद से ऊपर उठकर हर किसी की मदद करने को तत्पर रहते थे। दारागंज घाट पर बनारस से श्रद्धासुमन अर्पित करने आए 1991 में प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे और वर्तमान में सदस्य विधान परिषद शत रुद्र प्रकाश ने उनके साथ बिताए पलों को साझा किया।
बताया कि बात 1973 की है। महंगाई के विरोध में हम बनारस जेल में डाल दिए गए थे। उस समय कांग्रेस के गढ़ में सोशलिस्ट पार्टी के प्रदेश में एकमात्र मेयर थे सत्य प्रकाश मालवीय। वे अकेले कांग्रेस के गढ़ में इंदिरा गांधी को चुनौती दे रहे थे। वे बनारस जेल में मुझसे मिलने आए और सांत्वना दी। 1974 में वे भारतीय क्रांति दल के टिकट से विधायक बने। मैं भी बनारस कैंट से विधायक चुना गया। दोनों दारुलशफा में आसपास रहे। वे हमेशा छोटे भाई की तरह स्नेह देते थे। हमारा उनसे पारिवारिक नाता रहा। उन्होंने बताया कि सत्य प्रकाश मालवीय ने मदद की आस में आए किसी भी दल के कार्यकर्ता या आम आदमी को कभी निराश होकर नहीं लौटाया। दल से ऊपर उठकर वे कार्य करते थे। विरोधियों की भी दिल खोलकर मदद करते थे। उस समय जब वे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री थे तो लोगों को ढूंढ़ ढूंढकर गैस के कनेक्शन दिए। पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलवाया। वैभव के बीच रहकर वे सादगी पसंद ही रहे। कभी अपने समाजवादी वसूल से नहीं डिगे। उनके आदर्श हमेशा हमारे बीच रहेंगे। समाजवादी विचारक थे सत्य प्रकाश मालवीय
पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय के अंतिम संस्कार में शामिल हुए सपा सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने कहा कि सत्य प्रकाश समाजवादी नेता के साथ विचारक भी थे। उनकी नजदीकियां नेताजी मुलायम सिंह यादव से भी रहीं। उन्होंने गरीब और दबे कुचले वर्ग के लोगों को हमेशा आगे बढ़ाया। वह सभी के नेता थे। पूर्व मंत्री के निधन पर शोक
पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय के निधन से दुखी इलाहाबाद हाईकोर्ट आदर्श अधिवक्ता संघ ने शोक सभा का आयोजन किया। दो मिनट मौन रखकर पूर्व मंत्री की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से कामना की। संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एनके चटर्जी ने कहा कि मालवीय के निधन से समाजवादी विचारधारा को भारी क्षति हुई है। कहा कि उनका व्यक्तित्व समाज के सभी वर्गो को साथ लेकर नए समाज का निर्माण करने वाला रहा है। अध्यक्ष एससी मिश्र, एएन राय, कुंवर बाल मुकुंद सिंह, केडी मालवीय आदि शामिल थे।
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गरीबों की लड़ाई लड़ते थे मालवीय जी : उज्ज्वल रमण
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वयोवृद्ध काग्रेसी नेता सत्यप्रकाश मालवीय के निधन पर करछना विधायक कुंवर उज्ज्वल रमण ¨सह ने शोक संवेदना व्यक्त की है। सपा विधायक ने कहा कि सत्य प्रकाश मालवीय स्वच्छ छवि के राजनीतिज्ञों में से एक थे। वह गरीबों की आवाज को बुलंदी से विधानसभा भवन व संसद में उठाते थे। नम आंखों से दी अंतिम विदा
दारागंज घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शीशे के ताबूत में दर्शनार्थ उनका पार्थिव शरीर दारागंज घाट पर रखा गया। बेटी व दामाद अमेरिका में होने के कारण शामिल नहीं हो सके। पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे सत्य प्रकाश मालवीय का रविवार भोर में 88 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर रविवार की ही देर रात इलाहाबाद लाया गया और अल्लापुर स्थित उनके आवास पर दर्शनार्थ रखा गया। अंतिम यात्रा सोमवार सुबह 10 बजे अल्लापुर स्थित आवास से दारागंज घाट के लिए रवाना हुई। फूलों से सजे खुले वाहन में उनका पार्थिव शरीर रखा गया था। अंतिम यात्रा अल्लापुर से बालसन चौराहा, सिविल लाइंस, जानसेनगंज होते हुए चौक स्थित क्रांति के प्रतीक एतिहासिक इमली के पेड़ के पास पहुंची। वहां उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इसके बाद लोकनाथ, बहादुरगंज, बैरहना होते हुए अंतिम यात्रा दारागंज घाट पहुंची, जहां राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय की अंतिम यात्रा में सोमवार को सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। नम आंखों से लोगों ने जनप्रिय नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किया और उन्हें अंतिम विदा दी। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद, राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, राज्य सभा सदस्य संजय सिंह की तरफ से सत्य प्रकाश मालवीय को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। प्रमोद तिवारी ने जारी अपने बयान में कहा कि राजनैतिक चिंतन की धारा का एक मजबूत किला ढह गया है। इसकी भरपाई नहीं हो सकती।