संकट के इस दौर में कम करने के बजाय निजी डॉक्टरों ने बढ़ा दी ओपीडी की फीस Prayagraj News
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई की ओर से इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन व नर्सिंग होम एसोसिएशन को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि सभी सामान्य ओपीडी अग्रिम आदेश तक बंद रहेगी।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना जैसी महामारी में कुछ डॉक्टरों ने ऐसा काम किया जिससे लोगों ने उनके उपर पुष्पवर्षा तक की। लेकिन दूसरी ओर निजी चिकित्सकों ने ओपीडी की फीस बढ़ाकर मरीजों की समस्या बढ़ा दी है। जिनकी फीस कोरोना से पहले 500 रुपये थी, अब वह एक हजार रुपये वसूलने लगे हैं। ऐसे में सीएमओ ने भी कहा है कि ऐसे समय में फीस बढ़ाना ठीक नहीं है।
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद होने से मरीजों को हो रही ज्यादा दिक्कत
चौक स्थित मनोरमा देवी को कमजोरी महसूस हुई थी वह शहर के एक निजी अस्पताल में गईं। काउंटर पर बताया गया कि फीस एक हजार रुपये जमा कर दें। यह सुन वह चौंक गई। दो माह पहले तक जिस डॉक्टर के पास वह 500 रुपये देकर इलाज कराती थीं अब वहां सीधे एक हजार रुपये देना होगा। इसी तरह सिकंदरा के विनय अपने दादा को दिखाने शहर के निजी अस्पताल गए तो वहां 500 के बजाय 800 रुपये फीस जमा करना पड़ा। दरअसल सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद है, जिससे मरीजों की परेशानी और बढ़ गई है।
सीएमओ बोले, फीस बढ़ाना गलत
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई ने कहा कि मरीजों से अधिक फीस लेकर इलाज करना उचित नहीं है। कोरोना की इस महामारी में फीस कम करना चाहिए। उन्होंने सभी निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को निर्देशित किया है जो फीस कोरोना के पहले लेते थे वही मरीजों से लें।
अगले आदेश तक बंद रहेंगी ओपीडी
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेई की ओर से इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन व नर्सिंग होम एसोसिएशन को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि सभी सामान्य ओपीडी अग्रिम आदेश तक बंद रहेगी। एएमए के सचिव डॉ. राजेश मौर्या ने बताया कि सभी सामान्य ओपीडी बंद रखी गई हैं। केवल इमरजेंसी सेवा चल रही है।