प्रमुख सचिव ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को दिसंबर तक पूरा करने का दिया निर्देश Prayagraj News
प्रमुख सचिव ने हॉस्पिटल में कराए जा रहे एसटीपी लिफ्ट कैथ लैब सीटी स्कैन एवं अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग समय सीमा निर्धारित की।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा व जिले के नोडल अधिकारी डॉ. रजनीश दुबे ने एसआरएन अस्पताल परिसर में बन रहे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। पीएमएसएसवाइ (प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना) के तहत बन रहे इस अस्पताल को एक साल पहले ही पूरा हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने पर संबंधित संस्था व ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
डीएम के मास्टर प्लान के प्रस्ताव पर प्रमुख सचिव ने सहमति जताई
निरीक्षण के दौरान डीएम भानुचंद गोस्वामी ने एसआरएन हॉस्पिटल में पार्किंग, इन्फास्ट्रक्चर, टायलेट आदि का कार्य स्मार्ट सिटी से कराने के लिए एक मास्टर प्लान बनाए जाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर प्रमुख सचिव ने सहमति जताई। प्रमुख सचिव ने हॉस्पिटल में कराए जा रहे एसटीपी, लिफ्ट, कैथ लैब, सीटी स्कैन एवं अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग समय सीमा निर्धारित की। उन्होंने 20 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन का एक और सिस्टम स्थापित करने का निर्देश दिया।
अंदर कैसे चल रहे तीन प्राइवेट मेडिकल स्टोर?
प्रमुख सचिव को शिकायत मिली कि आयुष्मान भारत योजना के मरीजों को एसआरएन अस्पताल परिसर में स्थित एक प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने के लिए कहा जाता है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह को निर्देशित किया कि तत्काल इस पर प्रतिबंध लगाएं। यदि ऐसी शिकायत मिलती है तो कार्रवाई होगी।
दो मिनट में बन गया गोल्डेन कार्ड
चित्रकूट से आए संजय सिंह के भाई रमाशंकर एसआरएन में भर्ती हैं। वह आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं। कई दिनों से आयुष्मान मित्र से गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए कह रहे थे लेकिन कोई न कोई कमी बताकर संजय को वापस कर दिया जाता था। गुरुवार को संजय ने प्रमुख सचिव से अपनी बात बताई। प्रमुख सचिव ने आयुष्मान मित्र को वहीं खड़े होकर तुरंत गोल्डेन कार्ड बनाने का निर्देश दिया।
प्रमुख सचिव ने दिए ये निर्देश
-सीटी स्कैन के लिए चार टेक्नीशियन आउटसोर्सिंग के जरिए रखें जाएं।
-प्रतिदिन कम से 64 मरीजों का सीटी स्कैन किया जाए।
-लिफ्ट, टायलेट को तत्काल ठीक कराएं अन्यथा प्रमुख अधीक्षक पर होगी कार्रवाई।
-आयुष्मान भारत योजना के लिए दो काउंटर बनाए जाएं।
-मरीज के साथ तीमारदार को भी खाना उपलब्ध कराया जाए।