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आलू, मटर की कीमत और गिरी हालांकि प्याज स्थिर, जानें प्रयागराज में सब्जियों के भाव

दो दिन पहले प्रयागराज की थोक मंडी में आलू की कीमत 13 से 15 रुपये प्रति किलो थी। हालांकि अब इसमें एक से दो रुपये की और गिरावट हुई है। इससे फुटकर में भी आलू 75 रुपये से 80 रुपये में पांच किलो मिल रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 09:31 AM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 01:55 PM (IST)
आलू, मटर की कीमत और गिरी हालांकि प्याज स्थिर, जानें प्रयागराज में सब्जियों के भाव
प्रयागराज के बाजार में सब्जियों की कीमत कम हो गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में सब्जियों की आवक में दिनों दिन तेजी आ रही है। इस कारण अब सब्जियों के रेट में और भी गिरावट हो रही है। मुंडेरा थोक मंडी में शनिवार को आलू और मटर की कीमत और भी कम हो गई है। हालांकि अभी भी प्याज की कीमत स्थिर ही बनी हुई है। हरी सब्जियों का आलम यह है कि आवक के हिसाब से खरीदारी नहीं हो पा रही है। इससे काफी सब्जियां बर्बाद हो रही हैं।

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दो दिन पहले थोक मंडी में आलू की कीमत 13 से 15 रुपये प्रति किलो थी। हालांकि अब इसमें एक से दो रुपये की और गिरावट हुई है। इससे फुटकर में भी आलू 75 रुपये से 80 रुपये में पांच किलो मिल रहा है। वहीं फुटकर में 20 रुपये में ही आलू बिक रही है। इसी प्रकार 20 रुपये से 25 रुपये प्रति किलो थोक में बिकने वाली मटर भी एक से दो रुपये सस्‍ती हुई है। फुटकर में मटर 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है।

अब आइए जानते हैं टमाटर का रेट

थोक में टमाटर का रेट 15 रुपये से 16 रुपये प्रति किलो है। फुटकर में टमाटर 20 से 25 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। प्याज की कीमत में गिरावट नहीं हो रही है। थोक में प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलो है। इसकी वजह से फुटकर में प्याज 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है। बैगन, गोभी पालक सोया मेथी की कीमत भी गिर गई हैं। मंडी में यह सब्जियां दो रुपये से लेकर चार-पांच रुपये प्रति किलो में बिक रही हैं। बहरहाल, फुटकर में इन सब्जियों की कीमत 10 से 20 रुपये प्रति किलो है।

बोले, मुंडेरा सब्‍जी एवं फल व्‍यापार मंडल के अध्‍यक्ष

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि हर जगह सब्जियों का भारी उत्पादन होने के कारण मंडी से सब्जियों की आपूर्ति बाहर नहीं हो पा रही है। आवक के हिसाब से शहर में सब्जियों की  सप्लाई न होने के कारण हरी सब्जियां खराब हो रही हैं। इससे किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।


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