Food Items व Edible Oils के दाम तो अधिक लेकिन बिक्री में गिरावट, सिर्फ 40 फीसद बिक्री से कारोबारी परेशान
कोरोना वायरस संक्रमण काल में खाद्य पदार्थों और खाद्य तेलों की मांग कम है। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि दो दिनों से खाद्य सामग्रियों की बिक्री पर बहुत असर पड़ा है। पहले की तुलना में बिक्री घटकर करीब एक तिहाई रह गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। खाद्य सामग्रियों और खाद्य तेलों की बिक्री अचानक घट जाने से थोक कारोबारी परेशान हो गए हैं। पिछले सप्ताह तक बिक्री ठीक रही लेकिन इस सप्ताह बिक्री घटकर करीब 30 से 40 फीसद तक आ गई है। बिक्री में तेजी से गिरावट की वजह कोरोना संक्रमण के कारण बढ़ते दहशत अथवा रेट में वृद्धि मानी जा रही है।
होली के बाद से खाद्य तेलों की कीमत बढ़ी है
खाद्य तेलों की कीमतों में होली के बाद से लगातार वृद्धि जारी रही। पिछले शनिवार को सरसों के तेल का थोक रेट चढ़कर 2500 रुपये प्रति 15 किलो टिन, रिफाइंड 2300 और पॉमोलिन 2250 रुपये रुपये टिन हो गया था। सोमवार को भी सरसों के तेल का रेट 15 से 20 रुपये टिन फिर बढ़ गया था। इससे रेट बढ़कर 2520 रुपये प्रति टिन हो गया था। मंगलवार को रेट में वृद्धि नहीं हुई लेकिन, खाद्य तेलों और खाद्य सामग्रियों की बिक्री अचानक घट जाने से व्यापारी पशोपेश में है।
पिछले दिनाें के रेट पर डालें नजर
उल्लेखनीय है कि करीब पखवाड़ा भर पहले सरसों के तेल का रेट चढ़कर 2450 रुपये 15 किलो टिन हो गया था। उसके बाद लगातार बढ़ोतरी जारी रही। फुटकर में सरसों का तेल 160 से 180, रिफाइंड 160 से 170 और पामोलीन 130 से 135 रुपये किलो बिक रहा है। अरहर का दाल थोक रेट में 102 से 103 रुपये किलो पहुंच गया था। जो घटकर 101-102 रुपये किलो हो गया।
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने यह कहा
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि दो दिनों से खाद्य सामग्रियों की बिक्री पर बहुत असर पड़ा है। पहले की तुलना में बिक्री घटकर करीब एक तिहाई रह गई है।