Prerna Portal: परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों का पंजीयन प्रेरणा पोर्टल पर अनिवार्य रूप से करना होगा
Prerna Portal बीएसए ने कहा कि परिषदीय स्कूलों के सभी विद्यार्थियों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर भी इस सप्ताह के अंत तक अनिवार्य रूप से अपलोड किया जाना है। उन्होंने बताया कि इसका विवरण भी पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। परिषदीय स्कूल खुल गए हैं और भौतिक कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। नए सत्र के लिए कक्षा एक से आठवीं तक में बच्चों के दाखिले भी हो रहे हैं। सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का यही प्रयास है कि उनके विद्यालय में अधिक से अधिक बच्चों के प्रवेश हों। हालांकि यह भी निर्देश दिया गया है कि सभी विद्यार्थियों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर भी जरूर अपलोड किया जाए।
विद्यार्थियों का विवरण इस सप्ताह प्रेरणा पोर्टल पर करना है अपलोड
प्रयागराज के बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण तिवारी ने बताया कि दाखिले बढ़ाने के साथ कक्षाओं को व्यवस्थित बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। सभी विद्यार्थियों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर भी इस सप्ताह के अंत तक अनिवार्य रूप से अपलोड किया जाना है। अकादमिक रिसोर्स पर्सन और स्टेट रिसोर्स पर्सन कम से कम दो स्कूलों में अनिवार्य रूप से जाएं और वहां अनिवार्य रूप से दो घंटे बिताते हुए शैक्षणिक सहयोग व आवश्यक सुझाव भी दें। इसका विवरण भी पोर्टल पर अपलोड किया जाए।
परिषदीय स्कूलों में 'सितारों' का होगा सम्मान
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन को बेहतर बनाने के लिए तमाम प्रयास हो रहे हैं। शिक्षकों और खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रत्येक स्कूल को आदर्श स्कूल बनाएं। इसमें अभिभावकों का भी सहयोग लिया जाए, जिससे स्कूलों की छवि बदलने और उन्हें बेहतर बनाने में मदद मिले। पुराछात्रों को भी जोड़ा जाएगा। यदि कोई पुराछात्र किसी विशेष क्षेत्र में सफल हुआ है तो उसे विद्यालय में बुलाकर सम्मानित किया जाए। उसका मोबाइल नंबर नाम आदि स्कूल की दीवार पर लिखवाया जाए। ऐसा करने से अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी। वह बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे। पुराछात्र भी अपने पूर्व स्कूल से जुड़कर कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगे।
शिक्षा में तकनीक के प्रयोग पर मंथन
केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट में इन दिनों शिक्षक पर्व मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में शिक्षा में तकनीक के प्रयोग विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें एपीएस चौहान ने तकनीक के सुरक्षित प्रयोग पर व्याख्यान दिया। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को नई तकनीक से परिचित हो चाहिए। उसका सकारात्मक प्रयोग भी सीखना और करना चाहिए लेकिन कई बार यह तकनीक मुसीबत भी बन जाती है। यही वजह है साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे बचने के लिए जरूरी है कि तकनीक का प्रयोग सजगता हो। अपने से जुड़ी जानकारियों को सार्वजनिक करने से बचें। इस मौके पर संस्कृति सिंह, एएन तिवारी, हरिओम पांडेय, डा. चंद्रमौली त्रिपाठी, एचपी पांडेय, गुलाब प्रसाद, बलराम मिश्रा, एके चौबे आदि मौजूद रहे।