CoronaVirus से मृत लोगों की आत्मा की शांति को पिंडदान, संगम तट पर जुटे तीर्थ-पुरोहित Prayagraj News
कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के लिए तीर्थ-पुरोहितों ने की संगम तट पर मां गंगा से प्रार्थना की। साथ ही कोरोना से मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान भी किया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। चीन से शुरू होकर कोरोना वायरस का संक्रमण इन दिनों पूरी दुनिया में फैल चुका है। हर देश, हर व्यक्ति इस महामारी से निजात पाने का हर संभव प्रयत्न कर रहा है। ऐसे में प्रयागराज में भी आस्था का सहारा लेकर इस महामारी को दूर भगाने की कवायद की जा रही है।
संगम तट पर जुटे तीर्थ पुरोहित
कोविड-19 यानी कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में अकाल मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए रविवार को तीर्थ पुरोहितों ने संगम तट पर पिंडदान किया। उसके बाद उसे मां गंगा को समर्पित कर इस महामारी को जल्द खत्म करने के लिए प्रार्थना भी की।
प्रयागवाल सभा के तीर्थ पुरोहितों ने मां गंगा से प्रार्थना की
प्रयागवाल सभा के तीर्थ पुरोहितों ने पूरी दुनिया को इस महामारी से सुरक्षित रखने के लिए मां गंगा से प्रार्थना की, जिससे लोग पहले की तरह सुचारु रूप से जीवन जी सकें। तीर्थ पुरोहितों ने मोक्षदायिनी के समक्ष व्यक्त किया कि सभी उनके पुत्र हैं, इसलिए उन्हें स्वस्थ और सकुशल रखें। किसी की मौत इस महामारी से अब न हो।
देवी-देवताओं का आह्वान किया कि नाराज ग्रह-नक्षत्रों को शांत करें
इस अवसर पर संपूर्ण देवी-देवताओं का आह्वान किया गया कि जो ग्रह-नक्षत्र नाराज हों, उन्हें शांत करें और अनिष्ट से पूरी दुनिया को बचाएं। आचार्य पंडित दीपू शास्त्री ने विधि-विधान से पूजन संपन्न कराया। पिंडदान और प्रार्थना करने वालों में राजेंद्र पालीवाल, संतोष भारद्वाज, राजेश तिवारी, प्रदीप पांडेय, आशुतोष पालीवाल, रमेश यादव, संजय श्रीवास्तव आदि तीर्थ पुरोहित शामिल थे।