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कोरोना कर्फ्यू से लगातार पांचवें दिन भी प्रयागराज की थोक सब्‍जी मंडी में सन्‍नाटा, कल से बिक्री की उम्‍मीद

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि पुलिस की पहरेदारी और धर-पकड़ के कारण पांच दिनों से मंडी एकदम ठंडी रही। सामान्य दिनों की तरह 10 फीसद भी सब्जियों की बिक्री नहीं हुई। बिक्री न होने से हरी सब्जियां बर्बाद हो रही हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 09:01 AM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 09:01 AM (IST)
कोरोना कर्फ्यू से लगातार पांचवें दिन भी प्रयागराज की थोक सब्‍जी मंडी में सन्‍नाटा, कल से बिक्री की उम्‍मीद
प्रयागराज के थोक सब्‍जी बाजार पर कोरोना का प्रभाव दिख रहा है। कोरोना कर्फ्यू में सब्जियों की बिक्री कम है।

प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण मुंडेरा मंडी पांच दिनों तक एकदम ठंडी रही। इस दौरान सब्जियां मंडी में आईं लेकिन, पुलिस की जगह-जगह सख्ती और पहरे के कारण दुकानदारों एवं ग्राहकों के मंडी तक न पहुंच पाने के कारण सब्जियों की बिक्री बहुत कम रही। इसकी वजह से सब्जियां के रेट भी बहुत कम रहा और प्रतिदिन बड़ी मात्रा में हरी सब्जियां बर्बाद भी हुईं। आलम यह रहा कि किसानों का भाड़ा तक नहीं निकल पाया। गुरुवार को कोरोना कर्फ्यू खुलने की उम्मीद है। कोरोना कर्फ्यू खुलने पर ही मंडी में सब्जियों की बिक्री सामान्य होने के आसार हैं।

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थोक में सब्जियों के रेट पर डालें एक नजर

रोज की तरह बुधवार को भी मंडी में सब्जियां गंगापार, यमुनापार, कौशांबी, धाता, फतेहपुर और आसपास के जिलों से पर्याप्‍त मात्रा में लेकर किसान और व्‍यापारी पहुंचे। हालांकि बिक्री बेहद कम होने से सब्जियों के रेट अन्य दिनों की तरह ही रहे। भिंडी तीन से चार रुपये, करैला पांच से छह रुपये, टमाटर चार से आठ रुपये, नेनुआ 10 रुपये किलो रहा। वहीं लौकी पांच रुपये प्रति पीस था। इसी क्रम में कद्दू चार-पांच रुपये, लोबिया 20 रुपये, खीरा 10 रुपये, आलू 10 से 12 रुपये, प्याज 10 से 15 रुपये, परवल 15-20 रुपये, गाजर 10 रुपये किलो रहा।

किसानों और आढ़तियों को बहुत नुकसान

मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि पुलिस की पहरेदारी और धर-पकड़ के कारण पांच दिनों से मंडी एकदम ठंडी रही। सामान्य दिनों की तरह 10 फीसद भी सब्जियों की बिक्री नहीं हुई। बिक्री न होने से हरी सब्जियां हर रोज बहुत ज्यादा मात्रा में बर्बाद हुईं। किसानों और आढ़तियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों का भाड़ा भी नहीं निकल पाया। हालांकि, गुरुवार से कोरोना कर्फ्यू के समाप्त होने पर मंडी में सब्जियों की बिक्री फिर से पूर्ववत होने के आसार हैं। 


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