कलेक्शन एजेंट से लूट करने वालों की तलाश, प्रयागराज पुलिस को अब तक नहीं मिला सुराग, सीसीटीवी फुटेज में भी नहीं दिखे बदमाश
कलेक्शन एजेंट से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों बदमाश अपना चेहरा ढंके हुए थे। जीटी रोड पर डिवाइडर लगा होने के कारण बदमाश लूटपाट करने बाद कौशांबी की तरफ भागे थे। पुलिस ने दो स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा तो कोई तस्वीर नहीं मिली।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना महामारी के खौफ बीच किसी तरह गुजर-बसर कर रहे लोगों के लिए शातिर बदमाश भी दहशत पैदा करने लगे हैं। बमरौली पुलिस चौकी से चंद कदम दूर दिनदहाड़े लूटपाट करने वाले शातिर बदमाश अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं। इससे लोगों में डर पैदा होने लगा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि प्राथमिक तौर पर की गई छानबीन में घटना संदिग्ध लग रही है क्योंकि लुटेरों के जिस तरफ भागने की बात कही जा रही है, उस तरफ लगे बैंक के सीसीटीवी फुटेज से कोई सुराग नहीं मिला है।
बाइक से लौट रहा था घर
कौशांबी जिले के भरवारी कस्बा निवासी सद्दाम पुत्र अतीक अहमद एक चिप्स कंपनी में बतौर कलेक्शन एजेंट काम करता है। उसका कलेक्शन सेंटर कैंट थाना क्षेत्र के राजापुर में है। बताया जाता रहा है कि सद्दाम अलग-अलग दुकानों व स्थानों से डेढ़ लाख रुपये का कलेक्शन किया। इसके बाद अकेले बाइक से प्रयागराज आ रहा था। वह बमरौली पुलिस चौकी से थोड़ा आगे आया तभी पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने ओवरटेक कर रोक लिया। इसके बाद बाइक की चाबी निकालते हुए तमंचा सटा दिया और फिर बैग में रखे डेढ़ लाख रुपये लेकर गलत दिशा से ही भाग निकले।
सीसीटीवी फुटेज में भी नहीं दिखे लुटेरे
घटना की खबर पाकर पुलिस और सीओ द्वितीय सुधीर कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने कलेक्शन एजेंट से पूछताछ की तो पता चला कि दोनों बदमाश अपना चेहरा ढंके हुए थे। जीटी रोड पर डिवाइडर लगा होने के कारण बदमाश लूटपाट करने बाद गलत दिशा से ही कौशांबी की तरफ भागे थे। इस आधार पर पुलिस ने दो स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा तो कोई तस्वीर नहीं मिली। मुख्य मार्ग पर घटना के बावजूद कोई चश्मदीद नहीं मिला। फिलहाल सीओ का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर सभी ङ्क्षबदुओं पर जांच की जा रही है।