Move to Jagran APP

RTI: तबादले के बाद भी जमे पुलिसवालों के बारे में जानकारी देने में प्रयागराज पुलिस की हीलाहवाली

29 अक्तूबर को आरटीआइ के जरिए सूचना मांगी कि प्रयागराज पुलिस विभाग के कितने इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर ऐसे हैं जो दूसरे जनपद में तबादला होने के बाद भी यहां तैनात हैं। यह भी जानकारी मांगी कि उनमें कितने मौजूदा वक्त में थाना प्रभारी के पद पर हैं

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 01:10 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 01:10 PM (IST)
RTI: तबादले के बाद भी जमे पुलिसवालों के बारे में जानकारी देने में प्रयागराज पुलिस की हीलाहवाली
तमाम लोगों को सूचना हासिल करने के लिए लंबा और अनथक इंतजार करना पड़ रहा है

प्रयागराज, जेएनएन। आरटीआइ यानी सूचना का अधिकार अधिनियम लागू होने के बरसों बाद इसके फायदे तो सामने आ रहे हैं लेकिन यह भी सच है कि तमाम लोगों को सूचना हासिल करने के लिए लंबा और अनथक इंतजार करना पड़ रहा है। आवेदन करने के बाद तय अवधि में अगर आपको जानकारी मिल जाए तो समझिए आप भाग्यशाली हैं क्योंकि बहुत से मामलों में सामान्य सूचना के लिए लोगों को दो से तीन बार अपील करनी पड़ रही है और इसके बाद भी अगर आपको जानकारी मिल जाए तो गनीमत ही समझिए। खासतौर पर प्रयागराज में पुलिस विभाग की ओर से बहुत उदासीनता बरती जाती है और हीलाहवाली की जाती है। अगर विभाग से आंकड़ों से जुड़ी एक सूचना मांग लीजिए तो सभी थानों और सीओ कार्यलय से महीनों तक अलग-अलग लिफाफों में सूचना आती रहती है जो जानकारी मांगने वाले के किसी काम नहीं आती है।

loksabha election banner

तबादले के बाद जमे पुलिसवालों के बारे में सूचना देने में देरी

ताजा मामला भी ऐसा ही है। दो महीने से ज्यादा वक्त हुए जब प्रयागराज पुलिस के 50 से ज्यादा इंस्पेक्टर और दारोगाओं का दूसरे जिलों में तबादला कर दिया गया। उनमें कई तो थानेदार के पद पर थे। आज की हालत यह है कि दो माह से ज्यादा वक्त गुजरने के बाद भी उनमें से कई को तबादले पर कार्यमुक्त नहीं किया गया और उनकी जगह नई तैनाती भी नहीं की गई है। इस पर अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने 29 अक्तूबर को आरटीआइ के जरिए सूचना मांगी कि प्रयागराज पुलिस विभाग के कितने इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर ऐसे हैं जो दूसरे जनपद में तबादला होने के बाद भी यहां तैनात हैं। उनके नाम समेत मौजूदा तैनाती का विवरण भी मांगा। यह भी जानकारी मांगी कि उनमें कितने मौजूदा वक्त में थाना प्रभारी के पद पर हैं लेकिन उन्हें आज की तारीख में इस बारे में पुलिस विभाग से सूचना नहीं मिल सकी है जबकि नियम है कि 30 दिन में सूचना उपलब्ध करा दी जाए। तय अवधि में जानकारी नहीं मिली तो विजय द्विवेदी ने एक दिसंबर को दोबारा आरटीआइ दाखिल कर वांछित सूचना मांगी है। बतौर आरटीआइ एक्टिविस्ट विजय द्विवेदी का कहना है कि ज्यादातर सरकारी विभाग समय पर सूचना नहीं देते और बहुत हीलाहवाली करते हैं। प्रयागराज पुलिस विभाग से भी आमतौर पर समय पर सूचना नहीं दी जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.