सीसीटीवी फुटेज की मदद से पीछाकर प्रयागराज पुलिस ने अगवा बच्ची को कर लिया बरामद
मेजा की रहने वाली नेहा रेलवे जंक्शन के बाहर रहती है। उसका पति टेंपो चालक है। 20 दिन पहले नेहा ने एक बच्ची को जन्म दिया। मंगलवार रात वहीं पर रहने वाला अंकित नामक युवक उसके पास पहुंचा और बच्ची को लेकर दुलारने लगा। अचानक अंकित गायब हो गया।
प्रयागराज, जेएनएन। रेलवे जंक्शन के बाहर से मंगलवार रात अगवा 20 दिन की बच्ची को बरामद कर लिया गया है। करेली के पहलवान तिराहा के पास एक मकान से पुलिस ने बच्ची को बरामद करते हुए दो लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि मुख्य आरोपित अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पूछताछ में पता चला है कि बच्ची को अगवा कर बेचा गया था। हालांकि, पुलिस अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बच्ची के सकुशल घर वापसी से स्वजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है।
मंगलवार रात दुलार करने के बहाने लिया था गोद में
मेजा क्षेत्र की रहने वाली नेहा रेलवे जंक्शन के बाहर पति के साथ रहती है। उसका पति टेंपो चालक है। 20 दिन पहले नेहा ने एक बच्ची को जन्म दिया। मंगलवार रात वहीं पर रहने वाला अंकित नामक युवक उसके पास पहुंचा और बच्ची को गोद में लेकर दुलारने लगा। उस समय नेहा खाना बना रही थी। इसी बीच अचानक अंकित गायब हो गया। उसे न देख नेहा ने सोचा कि वह बच्ची को लेकर इधर-उधर घूमा रहा होगा। लेकिन काफी देर तक वह वापस नहीं लौटा तो वह घबरा गई और बच्ची को खोजने लगी। इसी दौरान उसका पति भी आ गया। उसने उसे पूरी बात बताई। दोनों ने मिलकर जंक्शन के भीतर और बाहर बच्ची की काफी तलाश की और जब सफलता नहीं मिली तो देर रात शाहगंज पुलिस को इसकी जानकारी दी। तत्काल कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज बने मददगार
बुधवार सुबह इंस्पेक्टर शाहगंज, सीओ प्रथम, क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची। नेहा ने कहा कि अंकित ने ही उसकी बच्ची को अगवा किया है। पुलिस ने अंकित के हुलिए के बारे में जानकारी हासिल की और मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। नेहा को फुटेज दिखाया गया तो उसने अंकित को पहचान लिया। उसके हाथ में उसकी बच्ची थी। फुटेज में अंकित नूरुल्ला रोड की तरफ जाते दिखा। पुलिस फुटेज के सहारे आगे बढ़ती गई और फिर वह करेली थाना क्षेत्र के पहलवान तिराहे के पास पहुंच गई। इसके बाद आगे के सीसीटीवी फुटेज को देखा गया, लेकिन अंकित नजर नहीं आया। इस पर पुलिस को समझ में आ गया कि वह यहीं कहीं छिपा है। मुखबिरों को लगाया गया और शाम को बच्ची को एक मकान से बरामद कर लिया गया। यहां से एक महिला समेत दो लोगों को पकड़ा गया है। दोनों से पूछताछ की गई तो बताया गया कि अंकित ने अपनी पुत्री बताकर उनको दिया था। इसके एवज में रुपये भी लिए थे। पुलिस ने अंकित के बारे में पूछा तो कोई कुछ नहीं बता सका। हालांकि, उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। वहीं बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया है। बच्ची के सकुशल वापस मिलने से स्वजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। शाहगंज इंस्पेक्टर से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी साफ तौर पर कहने से इन्कार कर दिया।