एटीएम में चिमटा फंसाकर रुपये निकालने वाले गैंग के शातिर सदस्य का सुराग नहीं, दो माह से है फरार Prayagraj News
शातिर बदमाश शाकिर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने मुखबिरों का भी सहारा लिया है लेकिन दो माह बीतने को हैं और मुखबिर भी पुलिस की कोई मदद नहीं कर सके हैं। शाकिर के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दे सके हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। एटीएम में चिमटा फंसाकर नोट निकालने वाले गैंग के फरार सदस्य शाकिर अली दो माह से फरार है और पुलिस उसका सुराग नहीं लगा पा रही है। जबकि पुलिस का दावा था कि जल्द ही शाकिर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा लेकिन वहां विफल रही। हर संभावित स्थानों पर दबिश देने के साथ ही उसकी टोह ली जा रही है, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। पुलिस को आशंका है कि उसने किसी खास करीबी के यहां ठिकाना बनाया होगा, क्योंकि उसके साथ उसकी पत्नी भी है।
मुखबिर भी हो गए फेल
शातिर बदमाश शाकिर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने मुखबिरों का भी सहारा लिया है, लेकिन दो माह बीतने को हैं और मुखबिर भी पुलिस की कोई मदद नहीं कर सके हैं। शाकिर के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दे सके हैं। उधर, एटा पुलिस से भी कोई मदद नहीं मिल सकी है। शाकिर के साथियों की गिरफ्तारी के समय पुलिस का पता चला था कि वह एटा जिले में कुछ होटलों में रुकते थे। दो होटलों के नाम भी पुलिस को बताए थे।
पिछले वर्ष पुलिस के हत्थे चढ़ा था गैंग
एसओजी गंगापार और सोरांव पुलिस ने पिछले वर्ष दिसंबर माह में चिमटा गैंग के सदस्य बजरंग बहादुर सिंह उर्फ सावन निवासी करमचंद्रपुर थाना जेठवारा, तौफीक खान उर्फ बब्बू निवासी बाबूतारा लालगंज व आदिल अहमद उर्फ अनस निवासी पूरेमुस्तफाखान थाना कोतवाली जनपद प्रतापगढ़ को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ की गई तो शाकिर अली निवासी भूलियापुर थाना कोतवाली जनपद प्रतापगढ़ का नाम सामने आया था। यह गैंग एटीएम में चिमटा फंसाकर रुपये निकाल लेता था। छत्तीसगढ़ और मप्र में कई वारदातें कर इस गिरोह ने वहां सनसनी फैला दी थी। प्रयागराज में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया था।