प्रयागराज फाफामऊ हत्याकांड: 30 घंटे तक घर में थे चार शव, परिवार और ग्रामीण रहे बेखबर
पुलिस हैरान है कि मंगलवार शाम से गुरुवार सुबह दस बजे तक किसी ने परिवार के बारे में कोई जानकारी क्यों नहीं ली। घरवाले भी बेखबर बने रहे जबकि परिवार का मुखिया या उसके बच्चे दिन में एक बार जरूर अपने पुराने घर के तरफ जाते थे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। फाफामऊ थाना क्षेत्र में चार लोगों की हत्या मंगलवार देर रात ही हो गई थी, लेकिन बेहद हैरत की बात यह रही कि करीब 30 घंटे तक इस सनसनीखेज वारदात से मृतकों के स्वजन और ग्रामीण अंजान रहे। किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। गुरुवार सुबह चाट विक्रेता ने जब दरवाजा खुला देखा तब जाकर इसका पता चला।
200 मीटर दूर रहते हैं भाई, आसपास नहीं है किसी का मकान
परिवार का मुखिया अपने चार भाइयों से अलग करीब 200 मीटर दूर सड़क किनारे खपरैल का मकान बनाकर रहता था। गांव में उसका पुश्तैनी मकान था। जिस घर में वह परिवार सहित रहता था, उसमें बाहर एक दरवाजा लगा है। चारों तरफ आठ फीट की चहारदीवारी है। मुख्य द्वार से दाखिल होते ही कच्ची जमीन है और पेड़ पौधे लगे हैं। इसके बाद दो कमरे का घर है। पीछे की तरफ हाता है, इससे एक पतला रास्ता पीछे भट्ठे की तरफ निकलता है। मंगलवार शाम पांच बजे तक परिवार के मुखिया और उसके घरवालों को ग्रामीणों ने देखा था। बुधवार को किसी ने उन्हें नहीं देखा। घर के बाहर सड़क पर चाट की दुकान लगाने वाले ने भी इस ओर विशेष ध्यान नहीं दिया था। हालांकि, बुधवार को मुख्य दरवाजा बंद नजर आ रहा था। गुरुवार सुबह नौ बजे चाट विक्रेता उधर गया तब जाकर इसकी जानकारी मृतक के भाइयों व गांव वालों को हुई। अब पुलिस को यही बात समझ में नहीं आ रही है कि आखिर मंगलवार शाम से गुरुवार सुबह दस बजे तक किसी ने परिवार के बारे में कोई जानकारी क्यों नहीं ली। उसके घरवाले भी बेखबर बने रहे। जबकि परिवार का मुखिया या उसके बच्चे दिन में एक बार जरूर अपने पुराने घर के तरफ जाते थे।
पुलिस के साथ एसटीएफ ने दी दबिश, 20 को उठाया
चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस, क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ ने भी ताबड़तोड़ छापेमारी की। आरोपित पक्ष की एक महिला, आकाश, मनीष, रवि को हिरासत में ले लिया है। 16 अन्य संदिग्धों को अलग-अलग स्थानों से उठाकर पूछताछ की जा रही है। एसटीएफ के सीओ नवेंदु सिंह के नेतृत्व में टीम कई बिंदुओं को खंगाल रही है। कुछ मोबाइल नंबर भी ट्रेस किए जा रहे हैं।
सभी के सिर में वार
परिवार का मुखिया, उसकी पत्नी और दो बच्चों को मौत के घाट उतारने में एक बात सामान्य रही। सभी के सिर में कुल्हाड़ी से प्रहार किया गया था। पेट और कंधे पर भी वार किया गया था। एक तौर पर हत्यारे यह सोचकर आए थे कि परिवार को खत्म कर देना है।
खून से सनी कुल्हाड़ी छोड़ दिया
चार लोगों की हत्या में एक ही कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया गया। साेते समय की गई वारदात से कोई संघर्ष भी नहीं कर सका। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारे खून से सनी कुल्हाड़ी को मारे गए शख्स के पैर के पास रखकर निकल गए।
कब क्या हुआ
गुरुवार सुबह नौ बजे : चाट विक्रेता मारे गए परिवार के घर पहुंचा।
9:25 बजे : चाट विक्रेता की सूचना पर मृतक परिवार के स्वजन और ग्रामीण पहुंचे।
9:45 बजे : 112 नंबर पुलिस पहुंची।
10:00 बजे : फाफामऊ थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
10:45 बजे : आइजी और एसएसपी पहुंचे।
11:00 बजे : फोरेंसिक टीम पहुंची।
12:10 बजे : जिलाधिकारी पहुंचे।
2:20 बजे : आक्रोशित लोगों को समझाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
रात 8:45 बजे : शवों का पोस्टमार्टम शुरू किया गया।