Prayagraj Magh Mela 2021: गंगाजल काला हुआ तो संत हो गए 'लाल', मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मांग
Prayagraj Magh Mela 2021स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ कहते हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला के दौरान गंगा में निर्मल जल की उपलब्धता कराने का वादा किया था। ऐसे में गंगा जल का प्रदूषित होना चिंताजनक है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज माघ मेला 2021 के दौरान गंगाजल में प्रदूषण निरंतर बढ़ रहा है। दशाश्वमेध घाट, दारागंज घाट व रामघाट पर गंगाजल का रंग काला हो गया है। गंगा में बढ़ते प्रदूषण से संतों में नाराजगी व्याप्त है। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शीघ्र उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
उम्मीद है कि सरकार शीघ्र उचित कार्रवाई करेगी : स्वामी अधेक्षजानंद
स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ कहते हैं कि प्रदेश की सत्ता पर महात्मा आसीन हैं। इससे सनातन धर्मावलंबियों को उनसे काफी आशा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला के दौरान गंगा में निर्मल जल की उपलब्धता कराने का वादा किया था। ऐसे में गंगा जल का प्रदूषित होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सरकार शीघ्र उचित कार्रवाई करेगी।
यही स्थिति रही तो आंदोलन को बाध्य होंगे : महामंडलेश्वर कपिलदेव नागा
महामंडलेश्वर कपिलदेव नागा का कहना है कि गंगा में प्रदूषण बढऩा साबित करता है कि सरकार माघ मेला को लेकर गंभीर नहीं है। संत व श्रद्धालु दूषित जल में स्नान करने को बाध्य हैं, लेकिन सत्ता पर बैठे लोगों को कोई पीड़ा नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यही स्थिति रही तो संत आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
अभा ब्राह्मण चेतना समिति के अध्यक्ष भक्तराज ने मुख्यमंत्री से मांग की
अखिल भारतीय ब्राह्मण चेतना समिति के अध्यक्ष भक्तराज पांडेय ने कहा कि प्रयागराज में भगवान ब्रह्मा ने यज्ञ करके सृष्टि की रचना की थी। दशाश्वमेध घाट पर उन्होंने यज्ञ किया था। आज उसी घाट की दशा अत्यंत दयनीय है। कहा कि संबंधित विभाग संज्ञान में लेकर जल्द उचित कार्रवाई करे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से गंगा की निर्मलता के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है।