Prayagraj Magh Mela 2021: बेफिक्र होकर मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान को आइए, संगम तट पर ठहरने की है व्यवस्था
Prayagraj Magh Mela 2021 रैन बसेरा अक्षयवट मार्ग पर वीआइपी घाट के नजदीक है। अगले स्नान पर्व पर एक दिन पहले आने वाले श्रद्धालुओं को इसी रैन बसेरे में ठहराया जाएगा। इससे उन्हें रात रुकने के लिए उन्हें दिक्कत नहीं होगी। यहां से वह संगम स्नान करने जा सकेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज माघ मेला 2021 का प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या 11 फरवरी को है। इस स्नान पर्व पर सबसे अधिक भीड़ होती है। स्नान पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके लिए मेला प्रशासन ने व्यवस्था कर दी है। संगम तट पर 500 बेड का रैन बसेरा बना दिया है। यहां पर 500 यात्री आराम से रात्रि विश्राम कर सकते हैं। इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
हर माघ मेला में परेड मैदान पर रैन बसेरा बनाया जाता था। जो श्रद्धालु कल्पवास नहीं करते और केवल स्नान करने आते थे, वह परेड के रैन बसेरा में रुकते थे। हालांकि इस बार परेड मैदान पर पार्किंग बना दी गई है। वहां पर कुछ क्षेत्र खाली भी रखा गया है। ऐसे में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रुकने का इंतजाम नहीं था। मेला क्षेत्र में रुकने का इंतजाम ना होने कारण पिछले दो स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं को परेशानी हुई थी। स्नान के लिए एक दिन पहले आने वाले श्रद्धालु मेला क्षेत्र में भटक रहे थे। इसलिए मेला प्रशासन ने इस बार संगम तट पर 500 बेड का रैन बसेरा बना दिया है।
अक्षयवट मार्ग पर वीआइपी घाट के नजदीक बनाया गया है रैन बसेरा
यह रैन बसेरा अक्षयवट मार्ग पर वीआइपी घाट के नजदीक है। अगले स्नान पर्व पर एक दिन पहले आने वाले श्रद्धालुओं को इसी रैन बसेरे में ठहराया जाएगा। इससे उन्हें रात रुकने के लिए उन्हें दिक्कत नहीं होगी। यहां से वह सुबह उठकर आसानी से संगम स्नान करने जा सकेंगे। फिलहाल इस रैन बसेरे को अभी से खोल दिया गया है। यह पूरी तरह से फ्री है इसके लिए मेला प्रशासन कोई शुल्क नहीं लेगा।
मेला क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप
इस बार मेला क्षेत्र में फॉगिंग नहीं कराई गई है। इससे मच्छरों का प्रकोप अधिक हो गया है। मच्छरों से कल्पवासी परेशान हैं। कल्पवासियों ने मेला अधिकारी से फॉगिंग कराने की मांग की है।