Move to Jagran APP

Prayagraj Magh Mela 2021: तीर्थ पुरोहितों के आगे माघ मेला प्रशासन झुका, जानें उनकी क्‍या थी मांग जो पूरी हुई

Prayagraj Magh Mela 2021 परेड मैदान पर जमीन पाने के लिए तीर्थ पुरोहितों प्रदर्शन कर रहे थे। मेला प्रशासन ने उनकी जमीन पर वाहनों की पार्किंग बना दी थी। इसलिए उनको यहां पर जमीन नही मिल रही थी। मेला अधिकारी को बीच का रास्ता निकालना पड़ा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 06 Feb 2021 10:45 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 10:45 AM (IST)
Prayagraj Magh Mela 2021: तीर्थ पुरोहितों के आगे माघ मेला प्रशासन झुका, जानें उनकी क्‍या थी मांग जो पूरी हुई
तीर्थ पुराहितों की मांग को मेला प्रशासन ने मान लिया है। उन्‍हें परेड ग्राउंड पर ही जमीन मिली है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज माघ मेला के परेड में जमीन की मांग कर रहे हैं तीर्थ पुरोहितों की बात मेला प्रशासन ने मान ली है। मेला प्रशासन ने तीर्थ पुरोहितों को परेड मैदान में ही जमीन मुहैया करा दी है। जमीन मिलने के बाद तीर्थ पुरोहितों ने वहां पर टेंट लगाना भी शुरू कर दिया है। इनके टेंट में मौनी अमावस्या पर आने वाले श्रद्धालु रुकेंगे।

loksabha election banner

तीर्थ पुरोहितों की जमीन पर वाहनों की पार्किंग बना दी गई थी

परेड मैदान पर जमीन पाने के लिए तीर्थ पुरोहितों को कई दिन तक प्रदर्शन करना पड़ा। मेला प्रशासन ने उनकी जमीन पर वाहनों की पार्किंग बना दी थी। इसलिए उनको यहां पर जमीन नही मिल रही थी। तीर्थ पुरोहितों ने कई दिन तक आंदोलन किया तो मेला प्रशासन को झुकना पड़ा। मेला अधिकारी को बीच का रास्ता निकालना पड़ा।

मेला अधिकारी ने तीर्थ पुराहितों को त्रिवेणी मार्ग पर दिया जमीन

मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने लाल सड़क को त्रिवेणी सड़क के बीच में जहां पर मीना बाजार लगा है, उसी के पीछे जमीन देने का फैसला किया। उसके बाद तीर्थ पुरोहितों का आक्रोश शांत हो गया है। मेला अधिकारी ने तीर्थ पुरोहितों को जमीन का आवंटन कर दिया है। साथ ही सुविधा पर्ची भी काट दी है। प्रयागवाल सभा के महामंत्री राजेंद्र पालीवाल ने बताया कि मौनी अमावस्या से पहले टेंट बसा देना है यहीं पर हजारों श्रद्धालु रुकेंगे।

मोरी से जगदीश रैंप तक बना घाट

मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालु संगम आश्रम करने आएंगे। उसे देखते हुए मेला प्रशासन ने संगम नोज के अलावा गंगा के दोनों किनारे पर घाट बना रहा है। गंगा के शहर के किनारे की तरफ पहले से घाट बने हुए थे। लेकिन झूंसी की तरफ बने हुए घाट पिछले दिनों गंगा में बढ़े जलस्तर बढ़ने से डूब गए थे। उसे फिर से तैयार किया जा रहा है। मेला मैनेजर विवेक शुक्ला ने बताया कि गंगोली शिवाला पुल के निकट मोरी से त्रिवेणी और काली मार्ग होते जगदीश रैंप तक लंबा घाट बनाया जा रहा है। मौनी अमावस्या से पहले करीब आठ हजार फीट का घाट तैयार हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.