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Prayagraj Magh Mela 2021: माघ मेला का अंतिम स्‍नान पर्व महाशिवरात्रि 11 मार्च को, प्रशासन ने की यह होगी तैयारी

Prayagraj Magh Mela 2021 महाशिवरात्रि स्‍नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन आसपास के घाटों को दुरुस्त करवा रहा है। उखड़ी चकर्ड प्लेट की सड़कों और गंगा पर बने पांटून पुलों को भी ठीक कराया जाएगा। इस स्नान पर्व के साथ ही माघ मेले का विधिवत समापन हो जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 09 Mar 2021 10:54 AM (IST)Updated: Tue, 09 Mar 2021 10:54 AM (IST)
Prayagraj Magh Mela 2021: माघ मेला का अंतिम स्‍नान पर्व महाशिवरात्रि 11 मार्च को, प्रशासन ने की यह होगी तैयारी
प्रयागराज माघ मेला 2021 के अंतिम स्‍नान पर्व महाशिवरात्रि को लेकर प्रशासन तैयारी कर रहा है।

जेएनएन, प्रयागराज। माघ मेला का अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि को है। इसी स्‍नान पर्व के साथ माघ मेला 2021 का समापन हो जाएगा। महाशिवरात्रि का पर्व गुरुवार 11 मार्च को है। इस स्नान पर्व की तैयारी माघ मेला प्रशासन ने शुरू कर दी है। इस स्नान पर्व पर पहले की तरह भीड़ तो नहीं होगी फिर भी लाखों लोगों के आने की संभावना जताई जा रही है।

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घाटों को दुरुस्त करवाया जा रहा

महाशिवरात्रि स्‍नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन आसपास के घाटों को दुरुस्त करवा रहा है। साथ ही उखड़ गई चकर्ड प्लेट की सड़कों को ठीक करवाया जा रहा है। गंगा नदी पर बने पांटून पुलों को भी ठीक कराया जाएगा। इस स्नान पर्व के साथ ही माघ मेले का विधिवत समापन हो जाएगा।

मेला क्षेत्र में सिटी साइड कुछ बसावट है

माघ मेले के दौरान छह स्नान पर्व होते हैं। इनमें मकर संक्रांति, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, माघी पूर्णिमा और वसंत पंचमी का स्नान पर्व बीत चुका है। कल्पवासी माघी पूर्णिमा तक रहते हैं। अब माघ मेले से कल्पवासी जा चुके हैं। उनके जाते ही मेला में लगाए गए तंबुओं समेटने का काम चल रहा है। मेला क्षेत्र में कुछ सरकारी संस्थाओं को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी संस्थाए जा चुकी है। इस समय मेला क्षेत्र में सिटी साइड कुछ बसावट है जबकि झूंसी की तरफ लगाए गए तंबुओं को हटाने का काम चल रहा है।

जल निगम के टैंकर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है

बिजली विभाग भी खंभे उखाड़ने लगा है। महाशिवरात्रि के बाद खंभे और तार समेटने का काम तेज हो जाएगा। जल निगम भी पाइप लाइन उखाड़ने काम शुरू कर देगा। फिलहाल तापमान बढ़ने से मेले में दोपहर को धूल उड़ती है। धूल को बैठाने के लिए जल निगम को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ रही है। जल निगम के टैंकर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

मेला अधिकारी ने तैयारियों की दी जानकारी

मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि माघ मेला के आखरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि के लिए घाट तैयार किए जा रहे हैं। घाट पर बालू भरी बोरियां नए सिरे से लगाई जा रही हैं। महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर ज्यादातर लोग संगम नोज पर ही आएंगे। इसलिए उसे ठीक किया जा रहा है। कल्पवासियों के जाने के बाद झूंसी की तरह बनाया जाए घाट खाली हो चुके हैं। महाशिवरात्रि पर उदर स्नान करने कम लोग ही जाएंगे। इसलिए परेड मैदान से लेकर संगम नोज़ तक की सड़कें ठीक की जा रही है। इसके बाद मेले का विधिवत समापन हो जाएगा। संगम नोज गुलजार रहेगा। इसके लिए प्लानिंग कर ली गई है। परेड से संगम रोज तक बिजली पानी और दुकानों की व्यवस्था रहेगी।

आज से तीन दिन तक रहेगी नो इंट्री

महाशिवरात्रि के मद्देनजर तीन दिन तक शहर में नो इंट्री रहेगी। यातायात निरीक्षक प्रथम आरके सिंह ने बताया कि नौ मार्च की देर रात 12 बजे से 12 मार्च की अर्धरात्रि तक यह आदेश प्रभावी रहेगा। सहसों चौराहा, हबूसा मोड़, सोरांव बाईपास, नवाबगंज बाईपास, फाफामऊ, रामपुर चौराहा, घूरपुर थाना गेट के पास नो इंट्री का प्वांइट बनाया गया है। यहां यातायात कर्मियों को भी तैनात किया जाएगा।


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