Prayagraj Lockdown News: सब्जी व फलों की बिक्री थोक मंडी में कम हुई, जानें- कब आएगी रौनक
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि लॉकडाउन से मंडी एकदम बर्बाद होती जा रही है। बाहर से आने वाली सब्जियों को बिक्री न के बराबर रही। उन्होंने उम्मीद जताई कि मंडी के हालात में सुधार ईद के बाद ही होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। चैत्र नवरात्र के दिनों से ही मुंडेरा मंडी की हालत बिकवाली के मामले में बेहद कमजोर चल रही है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) ने तो करीब एक सप्ताह से सब्जियों और फलों की बिक्री पर लगभग लगाम ही लगा दिया है। शहर में पुलिस की सख्त चौकसी और जगह-जगह पहरा होने के कारण फुटकर दुकानदार एवं ग्राहक मंडी तक पहुंच नहीं पा रहे हैं। इससे सब्जियों के रेट भी पहले से गिर गया है। ईद तक मंडी के हालात में सुधार की गुंजाइश नहीं है।
सब्जियों के फुटकर रेट बढ़े
सब्जियां न बिकने से रेट भी कम हो गए हैं। आलू 10 से 15, प्याज 15 से 20, टमाटर 10 से 15, हरी मिर्च 15 से 20, लहसुन 45 से 50, अदरक 35 से 40, नींबू 40 से 50 और खीरा 10 से 15 रुपये किलो है। भिंडी और करैला तीन से चार रुपये, नेनुआ 10, लौकी चार-पांच रुपये प्रति पीस और कद्दू चार-पांच रुपये किलो, लोबिया 20 रुपये, परवल 15-20 रुपये और गाजर आठ से 10 रुपये किलो है। वहीं मंडी से सब्जियां न आ पाने के कारण फुटकर में रेट काफी बढ़ गया है।
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने जताई उम्मीद
मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि लॉकडाउन से मंडी एकदम बर्बाद होती जा रही है। सब्जियां गंगापार, यमुनापार, धाता, फतेहपुर, कौशांबी और आसपास के जिलों से मंडी में आई हैं। खीरा, ककड़ी, खरबूज और तरबूज की बिक्री हुई लेकिन बाहर से आने वाली सब्जियों को बिक्री न के बराबर रही। उन्होंने उम्मीद जताई कि मंडी के हालात में सुधार ईद के बाद ही होगा।